[TODAY छत्तीसगढ़] / बिलासपुर शहर के बीच इस बरस जहां गुलाबी मैना की आमाद को लेकर पक्षी और पर्यावरण मित्र खुश नज़र आ रहें हैं वहीँ शहर के कइयों लोग उन पक्षियों का एयरशो देखने मौके पर शाम होते ही पहुँचने लगे हैं। ठीक उसी तरह लम्बे इंतज़ार के बाद कोपरा जलाशय में पिछले दस दिन से बार हेडेड गूज पक्षियों का समूह आकर्षण का बड़ा केंद्र बना हुआ है। शुरूआती दौर में ये मेहमान परिन्दें करीब 13 से 15 की संख्या में दिखाई दे रहे थे लेकिन अब ये २५ से अधिक की संख्या में कोपरा की मेजबानी का हिस्सा बने हुए हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी यहां बार हेडेड गूज पक्षी नजर आये थे लेकिन संख्या इस बार अधिक बताई जा रही है । इस बार 25 से 27 पक्षी देखे जा रहे है।बार हेडेड गूज मंगोलिया, तिब्बत, रूस आदि के पठारीय भू-भाग से शीतकालीन प्रवास पर भारत आते है। इन पक्षियों का औसतन वजन करीब 2-4 किलो होता है तथा 71-76 सेमी लम्बे होते है। यह पक्षी हिमालय की ऊंचाई से ज्यादा ऊपर उड़ते हुए यहां पहुंचते है। गूज शाकाहारी पक्षी है तथा तालाब या फिर जलाशय के सूखने पर उगी हुई घास खाते है।इन दिनों बिलासपुर के कोपरा समेत छत्तीसगढ़ के विभिन्न जलाशयों में इनकी मौजूदगी पक्षी प्रेमियों को खूब लुभा रही है। बार हेडेड गूज पक्षी सेंन्ट्रल एशियन फ्लाई-वे से भारत में शीतकालीन प्रवास पर आते है तथा प्रवासी पक्षियों के संरक्षण को लेकर कई देशों के बीच हो रखी संधि के तहत बहुउद्देश्यीय योजना में बार हेडेड गूज भी शामिल है। कोपरा आइये, इनके दीदार कीजिये क्यूंकि कुछ दिनों के बाद ये अगले बरस तक इंतज़ार की उम्मीद दिलाकर लौट जायेंगे।