[TODAY छत्तीसगढ़] / बिलासपुर जिला मुख्यालय से लगे सीपत क्षेत्र के फरहदा में घर के सामने खेल रहे मासूम बालक को तेज रफ्तार हाइवा ने रौंद दिया। फिर अनियंत्रित हाइवा घर की दीवार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने हाइवा में तोड़फोड़ कर चक्काजाम कर दिया। इसके चलते करीब चार घंटे तक महिलाएं सड़क में बैठी रहीं।
फरहदा निवासी श्यामभाऊ केंवट पिता शिवदयाल केंवट (35) रोजी-मजदूरी करता है। मंगलवार सुबह उसका ढाई वर्षीय बेटा दीपांशु घर के सामने खेल रहा था। सुबह 9.30 बजे तेज रफ्तार हाइवा क्रमांक सीजी 10 सी 2919 के चालक ने तेजी व लापरवाहीपूर्वक चलाते हुए उसे चपेट में ले लिया। फिर अनियंत्रित हाइवा उसके घर की दीवार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इस हादसे में बालक का सिर फट गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। गुस्साए ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। इस बीच घटना की जानकारी मिलते ही सीपत पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन आक्रोशित भीड़ काफी हंगामा मचाने लगे और शव को उठाने से रोक दिया। स्थिति को देखते हुए कोतवाली सीएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी सरकंडा थाने से बल लेकर मौके पर पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों के साथ ही महिलाएं भी सड़क पर बैठ गई थीं। ग्रामीणों का कहना था कि इस मार्ग से भारी वाहनों की आवाजाही बंद की जाए। इसके बाद ही चक्काजाम समाप्त किया जाएगा। इधर चक्काजाम की जानकारी एसडीएम व तहसीलदार को दी गई। खबर मिलते ही तहसीलदार भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने भीड़ को समझाइश देने की कोशिश की। लेकिन भीड़ शांत होने का नाम ही नहीं ले रही थी। इसके चलते करीब चार घंटे तक चक्काजाम चला। काफी मानमनौव्वल व मृतक के परिजन को तत्कालीक सहायता राशि के साथ ही कोल वाशरी संचालक से भी मुआवजा राशि दिलाई गई। तब जाकर भीड़ शांत हुई। इसके चलते करीब तीन बजे तक भारी वाहनों की कतार लगी रही। वहीं पुलिस अफसर व जवान के साथ ही ग्रामीण भी सड़क पर डटे रहे। समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस ने शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम कार्रवाई के बाद आरोपित चालक के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।