अचानकमार टाइगर रिजर्व से 2009-10 में बोकराकछार, सांभरधसान व बाकल ग्राम का विस्थापन हुआ था। उन्हें खुड़िया रेंज के कारीडोंगरी के बसाया गया। इन्हीं गांव के रहने वाले रामप्रसाद बैगा, रामलाल बैगा व मनहरण और दरवाजा गांव के रामचरण सोनी के पास तेंदुए की खाल होने की सूचना एंटी पोचिंग के प्रभारी संदीप सिंह को मिली थी। साथ ही यह भी पता चला कि खाल को बेचने के लिए ग्राहक खोज रहे हैं। उन्होंने इसकी जानकारी केवल अफसरों को दी और चारों को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बताई। इस दौरान एक कर्मचारी को ग्राहक बनाकर चारों से संपर्क करने के लिए कहा गया। आरोपी विभाग के जाल में फंस गए और खाल बेचने के लिए राजी हो गए। टीम को मालूम था कि उन्होंने खाल को कहीं छिपाकर रखा होगा। सौदा होने के बाद गांव के पास ही जगह तय हुई। उनके पहुंचने से पहले घेराबंदी कर दी गई। लेकिन आरोपियों को इसकी भनक लग गई और मौके पर पहुंचने के बाद आरोपी बाइक में भाग निकले लेकिन विभागीय अमले की सूझबूझ से आरोपी ज्यादा दूर तक नहीं भाग सके। भारी मशक्कत के बाद आखिरकार ईस्ट पंडरिया रेंज के बोटला गांव के नजदीक चारों आरोपियों को पकड़ लिया गया। जांच के दौरान आरोपियों से तेंदुए की खाल, 26 मूंछ बरामद की गई । आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने तेंदुए का शिकार नया बोकराकछार, सांभरदशान व बाकल के किनारे किया था। इसके लिए बिजली तार बिछाया गया था। करेंट की चपेट में आने से तेंदुए की मौत हो गई। पकडे गए आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है।
करंट लगाकर तेंदुए का शिकार, खाल बरामद
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गुरुवार, जनवरी 17, 2019
