[TODAY छत्तीसगढ़] / बैंकों में आज से हड़ताल है, आज से पांच दिन तक बैंक बंद रहेंगे। ऑल इंडिया बैंक ऑफीसर्स कन्फेडरेशन (ऑयबॉक) ने केन्द्र सरकार और भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के विरोध में इस हड़ताल का आह्वान किया है। 21 और 26 दिसम्बर को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। जबकि 22 दिसम्बर को चौथा शनिवार और 23 को रविवार होने के नाते बैंक बंद रहेंगे। 24 दिसम्बर को एक दिन खुलने के बाद क्रिसमस डे पर फिर 25 को बैंकों की बंदी है। ऐसे में पांच दिनों तक बैंक बंद रहेंगे।
गुरुवार को ऑयबॉक के प्रांतीय महामंत्री दिलीप चौहान ने कहा कि न्यूनतम वेतन, कोर बिजनेस, एनपीए वसूली, नई पेंशन स्कीम को समाप्त करना, पेंशन अद्यतन पुनरीक्षण एवं एवं पारिवारिक पेंशन में सुधार जैसी मांगों पर बैंक कर्मचारी शुक्रवार और 26 दिसम्बर को हड़ताल पर रहेंगे। बताया कि आईबीए के साथ वेतन समझौता हमेशा स्केल एक से स्केल सात तक के अधिकारियों के लिए होता था। लेकिन इस बार आईबीए केवल स्केल तीन तक का वेतन समझौता करने का प्रस्ताव दिया है जिसके विरोध में आईबीए की बैठक का भी बहिष्कार किया गया। उन्होंने कहा कि आईबीए पिल्लई कमेटी की संस्तुतियों को लागू करना चाहिए जिसमें बैंक अधिकारियों का वेतन सिविल सेवा अधिकारी के समान होना चाहिए।
21 से 26 दिसम्बर तक छह दिन में सरकारी बैंक केवल एक दिन ही खुलेंगे। हालांकि हड़ताल वाले दिनों में प्राइवेट बैंकों में कामकाज होता रहेगा। अन्य दो दिन यानि चौथा शनिवार और रविवार रहने के कारण प्राइवेट बैंक बंद रहेंगे। संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि 21 दिसम्बर की हड़ताल केन्द्र सरकार और आईबीए की नींव हिलाने के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि ऑयबॉक ने चार्टर ऑफ डिमांड के अनुरूप 11वें द्विपक्षीय समझौता करने की मांग करता है। इस चार्टर में न्यूनतम वेतन, कोर बिजनेस, एनपीए वसूली, नई पेंशन स्कीम को समाप्त करना, पेंशन अद्यतन पुनरीक्षण एवं एवं पारिवारिक पेंशन में सुधार तघथा तीन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों व ग्रामीण बैंकों के विलय के विरोध के साथ ही बैंक अधिकारियों पर पूरे देश में हो रहे हमले, चिकित्सा सुविधाओं में कटौती तथा स्वास्थ्य बीमा के प्रीमियम में बढ़ोत्तरी समेत अन्य मुद्दे शामिल हैं।
