[TODAY छत्तीसगढ़] / राजधानी रायपुर के आजाद चौक थाने के पास मोटरसाइकिल से नकद रकम लूट करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने नकद 1लाख रूपए 7 मोबाईल और लूट के लिए इस्तेमाल किये गए दोपहिया वाहन को बरामद कर लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक माखन चन्द्राकर ने थाना आजाद चौक में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह लाखेनगर बिजली ऑफिस के पास रहता है तथा अग्रवाल प्रापर्टी सर्विस में पार्टनर है जिसका कार्यालय शंकर नगर बी टी आई ग्राउंड के पास सृष्टि अपार्टमेंट में अग्रवाल प्रापर्टी सर्विसेस के नाम से है। 13दिसंबर को दोपहर करीब 3 बजे समता कालोनी के उमेश अग्रवाल के घर से 500-500 रूपये की दो गड्डी कुल एक लाख रूपये लिया मोटर सायकल हीरो पैशन प्रो से शंकर नगर श्रृष्टि अपार्टमेंट जा रहा था। मोटर सायकल को कार्यालय के सहायक विनय कुमार ध्रुव चला रहा था तथा मोटर सायकल के पीछे प्रार्थी बैठा था। रूपये को कपडा के नीले रंग के थैला मे लपेटकर सीट के बीच में रखा था अग्रसेन चौक के आगे राधा मोहन काम्पलेक्स के आगे करीब 03.10 बजे पहूंचा था उसी समय नीले रंग की एक्टिवा मे दो अज्ञात व्यक्ति बैठे थे दोनो के चेहरे पर गमछा बंधा हुआ था कि पीछे से एक्टिवा में आकर प्रार्थी के सामने सीट के बीच में रखे हुए एक लाख रूपये से भरा थैला को धक्का मारते हुए खींचकर चोरी कर सामने की ओर भाग गये, प्रार्थी स्कूटर का नंबर नही देख पाया था। दोनो लडके दुबले पतले थे तथा उम्र 19-20 वर्ष की होगी दोनों सांवले रंग के है जिसमें एक लडका नीले रंग का शर्ट तथा दूसरा लडका सफेद रंग का शर्ट पहना था। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
क्राईम ब्रांच तथा थाना आजाद चौक की टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ किया गया। घटना स्थल के आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ-साथ तकनीकी विश्लेषण किया गया तथा प्रार्थी से घटना व आरोपियों के हुलियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ किया गया। टीम द्वारा चोरी व लूट के पुराने एवं हाल ही में जेल से रिहा हुये व्यक्तियों के संबंध में भी जानकारियां एकत्र कर इनकी गतिविधियों पर सतत निगाह रखीं जा कर अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। टीम द्वारा प्रार्थी के प्रापर्टी ऑफिस में काम करने वाले तथा पूर्व में काम छोड़ चुके कर्मियों के संबंध में जानकारियां एकत्र कर इन पर निगाह रखते हुये उनके संबंध में भी तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था। इसी दौरान टीम को प्रार्थी के साथ काम करने वाले विनय कुमार ध्रुव के संबंध में अहम सुराग प्राप्त हुई, जिस पर टीम द्वारा संदेह के आधार पर विनय कुमार ध्रुव से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा घटना में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर टीम को लगातार गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। टीम द्वारा बारिकी से तथा प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर अंतत: आरोपी विनय कुमार ध्रुव द्वारा अपने साथी आयुष मिश्रा एवं अमित सिंह के साथ मिलकर उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। इसके बाद आरोपी विनय कुमार ध्रुव की निशानदेही पर घटना में शामिल अन्य दो आरोपी को हिरासत में लिया गया। आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से लूट की नगदी 1 रूपये, 07 नग मोबाईल फोन एवं घटना में इस्तेमाल एक्टिवा वाहन जप्त किया गया है।