[TODAY छत्तीसगढ़] / बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लाक का वह जांगला गांव जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत कर देश की जनता से कहा था कि अब स्वास्थ्य सेवाओं के लिए किसी को भटकना नहीं होगा। उसी जांगला गांव का बेहद गरीब सुखराम अपनी 2 वर्षीय बेटी के ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए यहां रायपुर में भटकता रहा। अंबेडकर अस्पताल जाने पर उसे डीकेएस हॉस्पिटल भेज दिया गया, जहां हेल्थ स्मार्ट कार्ड, राशन कार्ड, आधार कार्ड नहीं होने पर उसे भर्ती नहीं किया गया। बाद में जगदलपुर विधायक रेखचंद्र जैन ने जब हॉस्पिटल प्रबंधन से चर्चा की, तब जाकर उसे भर्ती किया गया। ऑपरेशन कब होगा इसकी जानकारी फिलहाल परिजनों को नहीं दी गई है।
समय पर इलाज नहीं मिलने से परेशान सुखराम का कहना है कि उसकी बच्ची का तीन दिनों तक जगदलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चला। वहां डॉक्टरों ने जांच कर बताया कि उसकी बच्ची को ब्रेन ट्यूमर है और उसका वहां इलाज संभव नहीं है। उसने कुछ निजी अस्पतालों में इलाज कराने की बात कही, लेकिन वहां उसका खर्च काफी महंगा बताया गया। कल शाम वह रायपुर पहुंचा। यहां वह अपनी बच्ची को लेकर अंबेडकर अस्पताल पहुंचा, जहां से उसे डीकेएस हॉस्पिटल भेजा गया। डीकेएस हॉस्पिटल में भी जिस तरह से उसे खर्च बताया गया उसकी पूर्ति संभव नहीं थी। हेल्थ स्मार्ट कार्ड, राशन कार्ड, आधार कार्ड भी उसके पास नहीं था। उसका कहना है कि उसका यह सब कार्ड नहीं बना है। ऐसे में वह अस्पताल, सड़क पर भटकता रहा।
O प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर से आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत इसी वर्ष की थी। मोदी सरकार ने इस स्कीम को मोदी केयर भी नाम दिया है। इस स्कीम से 50 करोड़ देशवासियों को फायदा होगा। इसमें 10.74 करोड़ वंचित परिवारों को शामिल किया जाएगा और प्रति परिवार को 5 लाख रुपये तक का हेल्थ कवर मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल 2018 को डाक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती पर इस योजना की शुरुवात छत्तीसगढ़ के बीजापुर से की थी।
O योजना का मुख्य उद्देश्य- आयुष्मान भारत योजना प्रोग्राम 2018 अथवा मोदीकेयर का उद्देश्य वर्ष 2025 तक संपूर्ण भारत को रोग मुक्त करके विकास के पथ पर ले जाना है। इसके अंतर्गत प्रति वर्ष 50 करोड़ गरीब परिवारों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना तथा 5 लाख रुपये तक का मेडिकल बीमा कवर देना है।
O कौन- कौन सी बीमारियां होंगी शामिल- आयुष्मान भारत योजना में प्रति परिवार हर साल 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा ले सकता है। मोदी केयर में पुरानी बीमारियों को भी कवर किया जायेगा। किसी बीमारी की स्थिति में अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी कवर किये जायेंगे। इसमें ट्रांसपोर्ट पर होनक वाला खर्च भी शामिलहै। किसी बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन और इलाज आदि इसके तहत कवर होंगे।
परिजनों का कहना है कि डीकेएस में भटकने के बाद भी इलाज नहीं होने पर उन लोगों ने जगदलपुर के नव-निर्वाचित विधायक रेखचंद्र जैन को इसकी शिकायत की। कहा कि आधार कार्ड नहीं होने पर दो वर्षीय ललिता का इलाज नहीं हो पा रहा है। विधायक ने इस संबंध में हॉस्पिटल प्रबंधन से चर्चा की, तब कहीं जाकर आज दोपहर उसे भर्ती किया गया। परिजनों का कहना है कि फिलहाल बच्ची का इलाज शुरू हुआ है। ऑपरेशन की तारीख अभी नहीं दी गई है। उन्हें भरोसा है कि अब उसकी बच्ची का आयुष्मान योजना के तहत यहां इलाज हो जाएगा। इनपुट-छत्तीसगढ़