बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / आखिरकार 30 घंटे बाद जिले के पुलिस कप्तान रजनेश सिंह के निर्देश पर सिविल लाईन थाने में रेलवे कर्मी की पत्नी प्रियंका सिंह की आत्महत्या के मामले में नामजद 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। प्रियंका सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने से पहले फेसबुक पर लाइव आकर और एक पोस्ट लिखकर आरोपियों पर छेड़छाड़, प्रताड़ना और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुये मातहत अफसरों, कर्मियों को दिशा-निर्देश दिये। सिविल लाईन पुलिस ने सभी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
आत्महत्या के बाद प्रियंका द्वारा फेसबुक पोस्ट में लगाए गए गंभीर आरोपों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सोमवार को परिवार के लोगों से मिलने के लिए घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने मृतक महिला के पति और उनकी बेटियों से बात की। पोस्ट में जिन 10 लोगों का नाम है, उनमें पप्पू यादव (श्रीकांत वर्मा मार्ग), नागू राव, डॉक्टर अजीत मिश्रा (समर्पण क्लिनिक), हाईकोर्ट एडवोकेट दीप्ति शुक्ला, अनिल शुक्ला (साईं दरबार के पंडित), पंडित का बेटा, विवेक अग्रवाल और विक्की अग्रवाल (श्री राम ज्वेलर्स के मालिक), नागू राव की पत्नी और पप्पू यादव की पत्नी शामिल हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों पर छेड़छाड़, प्रताड़ना, धमकाने और अन्य आपराधिक धाराओं में मामला दर्ज किया है।
आपको बता दें कि रविवार को फेसबुक लाइव में प्रियंका सिंह ने आत्महत्या करने की बात कही। लोगों ने उसे ऑनलाइन ही ऐसा नहीं करने के लिए मनाया। इधर, जानकारी मिलते ही तारबाहर थाने से पुलिस तुरंत प्रियंका के घर पहुंची, लेकिन घर का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस ने दरवाजा खुलवाने के प्रयास किए, लेकिन उस समय प्रियंका का पति ड्यूटी पर था। जब पति घर पहुंचा और दरवाजा खोला, तब पुलिस को प्रियंका का शव फंदे से लटका हुआ मिला। घर के भीतर प्रियंका सिंह की 20 साल की बेटी भी दूसरे कमरे में मौजूद थी, लेकिन उसे भनक नहीं लगी। पुलिस दरवाजा खुलवाने का प्रयास कर रही थी, तब भी उसे पता नहीं चला। महिला के पति ने ऑफिस से आकर दूसरी चाबी से घर का दरवाजा खोला। तब तक वह फंदे पर लटक चुकी थी। उसे उतारकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी पप्पू यादव के खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उस पर जमीन कब्जाने, गुंडागर्दी और धमकाने के मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि प्रियंका सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों में पप्पू यादव और अन्य लोगों पर चार साल से प्रताड़ित करने और मानसिक उत्पीड़न करने का दावा किया गया है। प्रियंका ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि पप्पू यादव और उसके साथी लगातार उसे परेशान करते रहे, जिसके कारण वह मानसिक रूप से टूट चुकी थी और आत्महत्या के लिए मजबूर हो गई। पुलिस ने सभी आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। उनके खिलाफ उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।