बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / शहर के तोरवा क्षेत्र में रहने वाले हरिओम सिंह की मौत के मामले में तारबाहर पुलिस ने आज 6 आरोपी गिरफ्तार कर न्यायलय के समक्ष पेश किया जहां से सभी को जेल भेज दिया गया है। पकडे गए आरोपी मृतक के दोस्त थे जिनके साथ रूपये के लेन-देन का विवाद था। आरोपियों ने मृतक हरिओम का अपहरण किया उसके बाद उसकी बड़ी बेरहमी से पिटाई की और मृत समझकर उसे विनोबा नगर में सड़क पर फेंक गए।
आपको बता दें कि तोरवा क्षेत्र की जीके अस्पताल के पास रहने वाले हरिओम सिंह (24 वर्ष) तीन दिन पहले 25 अक्टूबर को विनोबा नगर की गली में गंभीर हालत में सड़क पर पड़ा मिला था। उसके शरीर पर गंभीर चोट के निशान थे, पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
मौत के बाद परिजनों ने उसके कुछ दोस्तों पर हत्या करने का आरोप लगाया था। मृतक के परिजनों के अनुसार 24 अक्टूबर की दोपहर को श्रेयांश व इंद्रजीत उसके घर आए थे, रुपये लेनदेन के संबंध में बातचीत कर वापस लौट गए। इसके बाद वे दोबारा रात को घर आकर हरिओम को जबरदस्ती अपने साथ ले गए । इसके बाद हरिओम के मौत की खबर मिली। इस मामले में मृतक हरिओम के परिजनों और अन्य लोगों से पुख्ता जानकारी जुटाने के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुँची कि संदेही इंद्रजीत एवं सुयश नाम के व्यक्ति के द्वारा लेनदेन के संबंध में हरिओम से विवाद था। घटना के दिन भी आरोपियों द्वारा हरिओम को फोन किया गया था। तकनीकी साक्ष्य के आधार पर संदेही आरोपी सुयश सिंह, सक्षम पांडेय,संतोष सोनी, तुषार मजूमदार, दामन सिंह, हर्षित गौराहा को इस मामले तारबाहर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।