बिलासपुर। TODAY छत्तीसगढ़ / पक्षी, मनमोहक जीव जो आकाश की शोभा बढ़ाते हैं, स्वतंत्रता और प्राकृतिक सुंदरता के प्रतीक हैं। पक्षी पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। यकीन मानिये पक्षी हमारे पर्यावरण का अभिन्न अंग हैं। आज राष्ट्रीय पक्षी दिवस है, जरूरत है पक्षियों के संरक्षण, संवर्धन को लेकर गंभीर होने की।
भारत के अलग-अलग प्रांत अपने विविध वन्य जीवन के लिए ख़ास पहचान रखते है। पक्षी, प्रकृति प्रेमियों के दिलों में एक विशेष स्थान रखते हैं जो संरक्षण के महत्व के बारे में तेजी से जागरूक भी हो रहे हैं। पक्षियों के महत्व को पहचानते हुए, हमारे पंख वाले दोस्तों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनकी सुंदरता का आनंद लेने के लिए राष्ट्रीय पक्षी दिवस हर साल आज 5 जनवरी को मनाया जाता है। प्रकृति प्रेमी, पर्यावरणविद, पक्षी रक्षक और संयुक्त राज्य अमेरिका के लोग राष्ट्रीय पक्षी दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। अफ़सोस छत्तीसगढ़ में इस खास दिन को यादगार बनाने कोई ऐसे आयोजन नहीं नज़र आते।
कुछ पक्षी विशेषज्ञों के मुताबिक़ दुनिया की लगभग 10,000 पक्षी प्रजातियों में से 12 फीसदी पक्षियों की प्रजाति अब विलुप्त होने की कगार पर हैं। आपको बता दें कि मानव निर्मित समस्याओं के कारण पक्षियों की रहने की स्थिति में बहुत गिरावट आई है। वनों की कटाई से लेकर जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग से लेकर निवास स्थान के नुकसान तक, पक्षियों ने अपने घर खो दिए हैं और इससे उनके रहने की गुणवत्ता भी खत्म हो गई है।
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