रायपुर । TODAY छत्तीसगढ़ / नवा रायपुर के जंगल सफारी में 17 चौसिंगा की मौत के मामले में जांच शुरू हो गई है। सफारी की डायरेक्टर और डीएफओ मर्सबिला ने छत्तीसगढ़ को बताया कि सभी मृत और जीवित चौसिंगों की जांच के लिए वेटनरी हेल्थ कमेटी की नियुक्ति की गई है। इस कमेटी में अंजोरा वेटनरी कॉलेज के प्रोफ़ेसर के साथ वन विभाग के पशु चिकित्सक भी जांच करेंगे।
कल सफारी के डॉ. चंदन कुमार ने 17 चौसिंगों की मौत किसी बीमारी के संक्रमण की वजह से होना बताया था । अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मृत चौसिंगों की जांच उनके बिसरे से होगी या किसी अन्य तरीके से। उधर इन चौसिंगों के संक्रमण अवधि और मौतों के बावजूद गोवा भ्रमण पर गए डॉ. राकेश वर्मा लौट आए हैं। उन्हें भी नोटिस दिया गया है। सफारी में कुल 24 चौसिंगे रखे गए हैं। बताया जा रहा है कि इनकी संचालक ने छुट्टी रद्द कर दी गई थी। उसके बाद भी डॉक्टर को वरिष्ठ अफसरों की अनुमति लेकर छुट्टी पर गोवा जाने की अनुमति दे दी।
यह जानते हुए भी कि नंदनवन जू एवं सफारी, नवा रायपुर में वन्यप्राणियों के स्वास्थ्यगत अत्यंत विपरीत परिस्थितियां निर्मित हो रही है, वे प्रस्थान कर गये एवं अनेको बार संपर्क करने पर भी उनका मोबाईल बंद पाया गया। नंदनवन जू एवं सफारी, नवा रायपुर में वन्यप्राणियों की स्थिति निरंतर गंभीर बनी हुई है। करीब तीन, चार दिनों तक यह मामला दबा रहा। इसी दरम्यान अमले में व्याप्त खेमेबाजी के चलते आज इन मौतों का खुलासा हुआ। करीब डेढ़ दशक पुराने इस जंगल सफारी में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में जानवर बीमारी से मारे गए हैं। इससे पहले यहां अब तक 24 चौसिंगा, 3 काले हिरण और एक नीलगाय की मौत हो चुकी है।