TODAY छत्तीसगढ़ / नई दिल्ली / केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। नए मंत्रिपरिषद में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) का प्रतिनिधित्व बढ़ने के पूरे आसार हैं। साथ ही साथ, कैबिनेट में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर भी फोकस होगा। 2019 में दूसरी बार सरकार बनाने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार मंत्रिपरिषद का विस्तार करने वाले हैं।
कई प्रमुख मंत्रालयों का जिम्मा खाली पड़ा है। इस कैबिनेट विस्तार के जरिए, 2022 में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी संदेश दिया जाएगा। चुनावी राज्यों के नेताओं को कैबिनेट में जगह मिलनी लगभग तय है। युवाओं के साथ-साथ अनुभवी नेताओं का एक बैलेंस बनाने की कोशिश होगी। आइए जानते हैं उन नामों के बारे में जो चर्चा में हैं।
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जिन-जिन नेताओं को फोन पर मंत्री बनाए जाने की सूचना दी जा रही है, उन्हें दिल्ली बुलाया गया है। सिंधिया, सोनोवाल, राणे समेत कई नेता राजधानी पहुंच चुके हैं। चुनाव वाले राज्यों और सामाजिक समीकरणों को देखते हुए करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किए जाने की खबर है। गठबंधन के सहयोगियों को भी फेरबदल में मंत्री पद दिया जाएगा।
आज शाम तक होने वाले बड़े फेरबदल और मोदी केबिनेट के विस्तार की हलचल प्रधानमंत्री निवास पर देखि जा रही है। मंत्रीमंडल विस्तार से पहले कुछ मंत्रियों को हटाए जाने के कयास पर छाये बादल भी छंट गए हैं। खबर है कि आधा दर्जन से अधिक मंत्रियों की छुट्टी कर दी गयी है। इन मंत्रियों में रमेश पोखरियाल निशंक, संतोष गंगवार, देबोश्री चौधरी, संजय धोत्रे, बाबुल सुप्रियो, राव साहेब दानवे पाटिल, सदानंद गौड़ा और डॉ हर्षवर्धन का नाम शामिल होना बताया गया है।