TODAY छत्तीसगढ़ / रायपुर / कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के आरोपों के बाद मंगलवार को विधानसभा में उस वक्त हलचल मच गई, जब स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने यह कहते हुए सदन छोड़ दिया, कि मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं। शायद कुछ छिपा है, जिसे अब सामने लाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर शासन से स्पष्ट जवाब न आ जाए, वो इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझते हैं। इसके बाद शोर शराबे, और हंगामे के बाद सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।
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इससे पहले बृहस्पत सिंह, और टीएस सिंहदेव के मसले से परे गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने अपने बयान में कहा कि अंबिकापुर में बृहस्पत सिंह के फालो गाड़ी, और गार्ड के साथ घटना हुई थी। दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के जवाब से विपक्षी भाजपा सदस्यों ने आपत्ति की, और कहा कि बृहस्पत सिंह के आरोपों से बवंडर मचा हुआ है, जिस पर गृहमंत्री का जवाब आना चाहिए था। गृहमंत्री का जवाब घटना से अलग है।
बाकी सदस्यों ने भी आपत्ति की। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि दोनों सदस्य यहां बैठे हुए हैं। उनसे बात होनी चाहिए। इस घटना को मजाक बना दिया गया है। एक मंत्री पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। बृहस्पत सिंह के सिंहदेव पर आरोप गंभीर है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा 24 तारीख को बृहस्पति सिंह के साथ हुई घटना की जानकारी के बाद मैंने बृहस्पति सिंह और दो दो बार फोन लगाया लेकिन कोई जवाब नहीं आया। 25 तारीख को मैं रायपुर में ही था विधायक ने मुझे जान के खतरे की जानकारी नहीं दी।
ऐसे में मुझे तो किसी विधायक ने बताया कि किसी को जान का खतरा है। टी एस सिंहदेव ने सदन में खड़े होकर कहा, बहुत हो चुका। मैं भी एक इंसान हूं मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं। शायद कुछ छिपा है जिसे सामने लाने की कोशिश की जा रही है। जब तक इस मामले में सरकार का सही जवाब नहीं आता। तब तक मैं अपने आप को सदन में खड़े होने योग्य नहीं समझता। टी एस सिंहदेव इतना बोल कर अपनी सीट छोड़ कर चले गए।