TODAY छत्तीसगढ़ / रायपुर / नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने रायपुर के पंडरी स्थित जिला अस्पताल में नवजात बच्चों के मौत पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिरकार किन कारणों से अब तक करीब 7 बच्चों की मौत जिला अस्पताल में हो चुकी है और इस पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन आकड़े छिपाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि नवजात बच्चों की मौत से हम सब व्यथित हैं। यह बेहद ही हृदय विदारक घटना है।
इस मामले पर कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति कुछ भी कहने से बच रहा है। इन नवजात शिशुओं के परिजनों को अस्पताल प्रबंधन अलग-अलग बिमारियों को मौत का कारण बता रही है इससे कई संदेह उत्पन्न होता है कि शिशु रोग विभाग द्वारा जो तैयारियां जिला अस्पताल में होनी चाहिए थी वह तैयारियां वहां थी या नहीं, उपचार के लिए जो दवाईया उपयोग की गई होगी उनकी मानकता पर भी सवाल उठने लगा है। इस पूरे घटना को लेकर अलग-अलग आंकड़े सामने आ रहे है इससे स्पष्ट है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरे मामले में पर्दा डालकर इस घटना को दबाना चाहती है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि यह मामला बेहद ही चिंताजनक है, राज्य सरकार कुपोषण से लेकर वजन तिहार के नाम पर केवल औपचारिकता ही कर रही है और प्रदेश में हालात चिंताजनक बनते जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना की तीसरी लहर की अंदेशे की बात कही जा रही है उसमें बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर जो तैयारियां होनी चाहिए वह तैयारियां कहीं नही दिखती है। इस पूरे घटना के प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के काम काज पर सवाल खड़ा कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि इस पूरे मामले की एक कमेटी बनाकर जांच की जानी चाहिए ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके और घटना को लेकर वस्तु स्थिति सबके सामने आ सके।
इस मामले को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडिल पर लिखा है 'छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पताल में 7 बच्चों की मौत हो गई,परिजन कह रहे हैं कि बच्चों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिली। क्या इन बच्चों की मौत के जिम्मेदार अपने CM से जवाब मांगेंगे ? क्या इसलिए चुप हैं क्योंकि यहां काँग्रेस की सरकार है ?'
.@RahulGandhi जी इतना दोगलापन और दोमुंहापन क्यों?
— Dr Raman Singh (@drramansingh) July 21, 2021
छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पताल में 7 बच्चों की मौत हो गई,परिजन कह रहे हैं कि बच्चों को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिली।
क्या इन बच्चों की मौत के जिम्मेदार अपने CM से जवाब मांगेंगे?
क्या इसलिए चुप हैं क्योंकि यहां काँग्रेस की सरकार है? pic.twitter.com/MN1BL3pWHI