TODAY छत्तीसगढ़ / कवर्धा / कवर्धा पुलिस ने मध्यप्रदेश बार्डर से करीब एक माह पहले दो नक्सलियों दिवाकर उर्फ किशन और देवा उर्फ लक्ष्मी को गिरफ्तार किया था। उन्हें अब बुधवार को सरेंडर करना बताया गया है। तब कोरोना पॉजिटिव होने के कारण उन्हें कोविड सेंटर में भर्ती कराया गया था। ठीक होने के बाद दोनों ने बताया कि उन्होंने कई जगहों की रेकी भी की थी। उनकी निशानेदही पर पुलिस ने 10 लाख रुपए, विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किया है।
इंटेलीजेंस की सूचना के आधार पर मध्य प्रदेश के बालाघाट की सीमा से लगे जंगल में 9 मई को जवानों को रवाना किया गया था। सर्चिंग के दौरान भागते हुए दो संदिग्धों को घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ करने पर पता चला कि पकड़ा गया आरोपी नक्सली भोरमदेव डिवीजन कमेटी का सचिव दिवाकर उर्फ किशन और महिला नक्सली देवे उर्फ लक्ष्मी है। दिवाकर पर 13 लाख और लक्ष्मी पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित है।
दोनों की निशानदेही पर 15 वर्ग किमी क्षेत्र में सर्चिंग की गई
इतने दिनों की पूछताछ के बाद सरेंडर किए दोनों नक्सलियों की निशानदेही पर पुलिस ने 15 वर्ग किमी क्षेत्र की सर्चिंग की। इस दौरान नक्सलियों के जमा किए 10 लाख रुपए, एक कुकर बम, 430 कारतूस, 2 किलो बारुद मिश्रण, नक्सली साहित्य, वासरलेस सेट, वॉकी-टाकी, मोबाइल, सोलर प्लेट, कलर प्रिंटर, दवाइयां, 2 जोड़ी वर्दी, रेडियो, पिठ्ठू बैग, कपड़े, स्टील ड्रम, पानी टंकी, तिरपाल व अन्य दैनिक उपयोग का राशन सामाग्री बरामद किया गया है।
ठीक होने के बाद जताई थी इच्छा, अब मिलकर काम कर रहे
पुलिस ने बताया कि दोनों को सर्चिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया था। कोरोना पॉजिटिव होने के चलते कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया। वहां से स्थिति सही नहीं हुई तो जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद से दोनों होम आइसोलेशन में थे। ठीक होने के बाद दोनों ने सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटने की इच्छा जताई। इसके बाद उनका सरेंडर कराया गया। अब वे पुलिस का सहयोग कर रहे हैं।
सरेंडर के बाइ अब अलग से होगी कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि दोनों के सरेंडर करने से आपराधिक मामलों के संबंध में अलग से कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नक्सली एरिया कमेटी सचिव- DVC दिवाकर उर्फ लिबरू कोर्राम और सदस्य लक्ष्मी को सरेंडर करने पर शासन की ओर से प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है। दोनों नक्सलियों को सरेंडर कराने में जिला पुलिस बल कवर्धा और विशेष आसूचना शाखा का योगदान सराहनीय रहा। - भास्कर