Slider

अगले साल मनाएंगे महापर्व, लाल किले से बोले मोदी


TODAY छत्तीसगढ़  /  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा कि अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है। आजादी के जब 75 वर्ष पूरे होंग तब उसे संकल्पों की मूर्ति के महापर्व के रूप में मनाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान देश के शहीदों को याद किया। प्रधानमंत्री ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण की शुरूआत कोरोना वारियर्स के प्रति आभार जताते हुए की। उन्होंने कहा, कोरोना के इस असाधारण समय में सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी जैसे अनेकों लोग चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण अर्पण नहीं हुआ हो। आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग बलिदान और मां भारती को आजाद कराने का समर्पण है। आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों को, वीर शहीदों को नमन करने का ये पर्व है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी।

प्रधानमंत्री के भाषण के कुछ मुद्दे- 

बीते वर्ष भारत में एफडीआई ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, एफडीआई में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कोरोना काल में भी दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं.

7 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलेंडर दिए गए, राशनकार्ड हो या न हो, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अन्न की व्यवस्था की गई, बैंक खातों में करीब-करीब 90 हजार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए.

एक समय था जब हम बाहर से गेहूं मंगवा कर अपना पेट भरते थे लेकिन हमारे किसानों ने वो कमाल करके दिखाया और आज #AatmaNirbharBharat बना है.

विकास के मामले में देश के कई क्षेत्र भी पीछे रह गए हैं।

ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर, वहां पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि वहां के लोगों को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, रोजगार के बेहतर अवसर मिलें।

पिछले दिनों भी हम एक प्रकार से अनेक संकटों से गुज़र रहे हैं और इससे अनेक लोगों ने जान गंवाई है, मैं उन परिवारों के प्रति मेरी संवेदना व्यक्त करता हूं.

आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, finished product बनकर भारत में लौटता रहेगा।

गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो.
TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को दिये अपने संबोधन में आज से राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन शुरु किये जाने की घोषणा करते हुए कहा कि यह भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में नयी क्रांति लेकर आयेगा। । श्री मोदी ने कहा, “देश में आज से एक बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है, नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन। अब आपका हर टेस्ट, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी एक हेल्थ आईडी में समाहित होंगी।”
उन्होंने कहा कि जब कोरोना शुरु हुआ था, तब हमारे देश में कोरोना टेस्टिंग के लिए सिर्फ एक लैब थी। आज देश में 1,400 से ज्यादा लैब हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने  कहा कि कोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्सें, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी समेत अनेक लोग चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं।
© all rights reserved TODAY छत्तीसगढ़ 2018
todaychhattisgarhtcg@gmail.com