TODAY छत्तीसगढ़ / छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आज सारकेगुड़ा मुठभेड़ का मुद्दा गूंजा। विधानसभा में प्रश्नकाल के बाद विपक्ष ने सरकेगुड़ा मुठभेड़ की न्यायिक जांच रिपोर्ट लीक होने का मामला उठाया। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विधानसभा में आने से पहले रिपोर्ट लीक होने को सदन की अवमानना बताया। उन्होंने कहा, सारकेगुड़ा न्यायिक जांच की रिपोर्ट सदस्यों को मीडिया के माध्यम से पढऩे को मिल रही है। इस पर विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। विपक्ष के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
कांग्रेस की ओर से मोहन मरकाम ने सारकेगुड़ा मामले में सामने आई न्यायिक जांच रिपोर्ट पर चर्चा की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकेगुड़ा मुठभेड़ की न्यायिक जांच रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा।
बता दें कि बीजापुर के सारकेगुड़ा में 28 जून 2012 को हुई मुठभेड़ फर्जी थी। सारकेगुड़ा मामले की जांच कर रही आयोग की टीम ने रिपोर्ट में कहा है कि घटना के दौरान किसी ग्रामीण की तरफ से एक भी गोली नहीं चली। नवंबर के पहले हफ्ते में राज्य सरकार को सौंपी गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने ग्रामीणों की बैठक पर एकतरफा हमला किया।