TODAY छत्तीसगढ़ / अंतागढ़ टेपकांड के स्टिंग ऑपरेटर फिरोज सिद्दीकी ने बुधवार को एसआईटी के समक्ष अपना वाइस सेंपल दिया। उन्होंने कहा कि टेप में उनकी ही आवाज है। वहीँ इस मामले में आरोपी मंतूराम पंवार ने राज्य के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी पत्र लिखकर अपनी जान का ख़तरा बताते हुए अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
अंतागढ़ विधानसभा चुनाव में नाम वापसी के लिए खरीद-फरोख्त प्रकरण की एसआईटी जांच कर रही है। मंगलवार को मुख्य आरोपी मंतूराम पवार ने अपना वाइस सेंपल दिया था। पवार ने टेप में अजीत जोगी के साथ अपनी आवाज होने की पुष्टि की थी। इसके बाद एसआईटी ने फिरोज सिद्दीकी को भी वाइस सेंपल देने के लिए बुलाया था। फिरोज ने ही अंतागढ़ खरीद-फरोख्त कांड का स्टिंग ऑपरेशन किया था। उनके खिलाफ ब्लैकमैलिंग का भी प्रकरण है। बुधवार को एसआईटी ने उन्हें वाइस सेंपल देने के लिए बुलाया। फिरोज अपने वकील के साथ एसआईटी दफ्तर पहुंचे और अपनी वाइस सेंपल दिया।
उन्होंने कहा कि वे कहते रहे हैं कि वाइस रिकॉर्डिंग में एक आवाज उनकी है। फिरोज की अमित जोगी और मंतूराम पवार व अन्य लोगों से बातचीत की रिकॉर्डिंग है। फिरोज ने एक अन्य रिकॉर्डिंग भी एसआईटी को दी है। उन्होंने कहा कि इस रिकॉर्डिंग के बाद भाजपा का एक बड़ा चेहरा बेनकाब हो जाएगा। फिरोज ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रकरण के अन्य आरोपियों को भी अपना वाइस सेंपल देना चाहिए।
बताया गया कि एसआईटी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी व अमित जोगी को भी वाइस सेंपल देने के लिए नोटिस जारी किया था। जिस पर जिला अदालत ने रोक लगा दी है। इस प्रकरण को लेकर एसआईटी हाईकोर्ट गई और कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, अजीत जोगी और अन्य सभी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
इधर अंतागढ़ टेपकांड के आरोपी मंतूराम पवार ने वॉइस सैंपल देने के बाद अपनी जान का खतरा बताते हुये पुलिस अधिकारियों सेअपनी व परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। निज सुरक्षा बढ़ाने के साथ उनको अपने साथ दौरा में ले जाने शासकीय वाहन और दो वायरलेस सेट की भी मांग की है। इस संबंध में मंतूराम पवार ने डीजीपी को ख़त लिखा है. मंतूराम पवार ने परिवार के लिए भी सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने पत्र में कहा है बड़े राजनीतिक दलों से उनको खतरा है 2014 से उनको सुरक्षा मिली है लेकिन अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की गई साथ ही मंतूराम पवार ने शासकीय वाहन और दो वायरलेस सेट भी माँगा है।
अंतागढ़ विधानसभा चुनाव में नाम वापसी के लिए खरीद-फरोख्त प्रकरण की एसआईटी जांच कर रही है। मंगलवार को मुख्य आरोपी मंतूराम पवार ने अपना वाइस सेंपल दिया था। पवार ने टेप में अजीत जोगी के साथ अपनी आवाज होने की पुष्टि की थी। इसके बाद एसआईटी ने फिरोज सिद्दीकी को भी वाइस सेंपल देने के लिए बुलाया था। फिरोज ने ही अंतागढ़ खरीद-फरोख्त कांड का स्टिंग ऑपरेशन किया था। उनके खिलाफ ब्लैकमैलिंग का भी प्रकरण है। बुधवार को एसआईटी ने उन्हें वाइस सेंपल देने के लिए बुलाया। फिरोज अपने वकील के साथ एसआईटी दफ्तर पहुंचे और अपनी वाइस सेंपल दिया।
उन्होंने कहा कि वे कहते रहे हैं कि वाइस रिकॉर्डिंग में एक आवाज उनकी है। फिरोज की अमित जोगी और मंतूराम पवार व अन्य लोगों से बातचीत की रिकॉर्डिंग है। फिरोज ने एक अन्य रिकॉर्डिंग भी एसआईटी को दी है। उन्होंने कहा कि इस रिकॉर्डिंग के बाद भाजपा का एक बड़ा चेहरा बेनकाब हो जाएगा। फिरोज ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रकरण के अन्य आरोपियों को भी अपना वाइस सेंपल देना चाहिए।
बताया गया कि एसआईटी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी व अमित जोगी को भी वाइस सेंपल देने के लिए नोटिस जारी किया था। जिस पर जिला अदालत ने रोक लगा दी है। इस प्रकरण को लेकर एसआईटी हाईकोर्ट गई और कोर्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, अजीत जोगी और अन्य सभी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
इधर अंतागढ़ टेपकांड के आरोपी मंतूराम पवार ने वॉइस सैंपल देने के बाद अपनी जान का खतरा बताते हुये पुलिस अधिकारियों सेअपनी व परिवार की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। निज सुरक्षा बढ़ाने के साथ उनको अपने साथ दौरा में ले जाने शासकीय वाहन और दो वायरलेस सेट की भी मांग की है। इस संबंध में मंतूराम पवार ने डीजीपी को ख़त लिखा है. मंतूराम पवार ने परिवार के लिए भी सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने पत्र में कहा है बड़े राजनीतिक दलों से उनको खतरा है 2014 से उनको सुरक्षा मिली है लेकिन अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की गई साथ ही मंतूराम पवार ने शासकीय वाहन और दो वायरलेस सेट भी माँगा है।