TODAY छत्तीसगढ़ / छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित अजंली-इब्राहिम प्रेम विवाह मामले में बुधवार को हाईकोर्ट के आदेश पर अंजली जैन को सखी सेंटर से रिहा कर दिया गया है। अंजली जैन को लेने उनके पति इब्राहिम और उसके दोस्त सखी सेंटर पहुंचे थे। प्रशासन मामले की गंभीरता को देखते हुए अंजली जैन की रिहाई से पहले सुरक्षा के पूरे इंतेजाम कर रखे थे। सखी सेंटर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था साथ ही 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू की गई थी । नौ माह बाद रिहाई होने के तत्काल बाद मीडिया से चर्चा करते हुये अंजली जैन ने पिता से अपनी जान को खतरा बताया है। इसके साथ ही अंजली जैन ने अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
यह है पूरा मामला : -
करीब 20 महीने पहले अंजलि जैन और इब्राहिम ने आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह किया था। अंजलि के परिजनों ने इस लव जिहाद बातते हुए जमकर विरोध किया। जिसके कारण यह मामला स्थानीय अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गया। इस विवाह और इब्राहिम के खिलाफ अंजलि के परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट और कोर्ट में केस दर्ज कराया था। अंजलि और इब्राहिम का आरोप है कि उन्हें इस विवाह के बाद तमाम तरीकों से धमकाया गया और जान से मारने की धमकी भी दी गई। अंजलि और इब्राहिम की मदद कर रही अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला पर रायपुर के सखी केंद्र में मारपीट की गई, जिसकी पुलिस में शिकायत भी की गई। अंजलि को हाईकोर्ट के आदेश पर इस सखी सेंटर में रखा गया था। इसके पहले इब्राहिम ने अपनी पत्नी अंजलि को साथ रखने के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर गुहार लगाई थी। इधर, अंजलि के पिता अपनी पुत्री को सुनियोजित ढंग से प्रेमजाल में फंसाकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए शीर्ष अदालत तक दरवाजा खटखटा चुके थे ।

