Slider

'किंगफिशर पक्षी विहार' कोपरा पहुंचे पक्षी प्रेमी, संरक्षण के लिए सरकार से करेंगे मांग

[TODAY छत्तीसगढ़] / बिलासपुर जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर सकरी-पेंड्रीडीह बाईपास पर स्थित कोपरा जलाशय को राज्य का पक्षी विहार बनाए जाने की दिशा में प्रारम्भिक कोशिशें तेज हो चुकी हैं। कोपरा और आस-पास के इलाके में पक्षियों के अनुकूल वातावरण और पक्षियों की बहुलता एक सुन्दर पक्षी विहार के ख्वाब को संजोये बैठा है। पक्षी प्रेमियों की कोशिश है की कोपरा को पक्षी विहार बनांने की दिशा में सरकार सकारात्मक कदम उठाये ताकि वहां आने वाले मेहमान परिंदों के साथ-साथ स्थानीय पक्षियों का संरक्षण हो सके। ऐसा माना जा रहा है की कोपरा को पक्षी विहार बना दिए जाने के बाद पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। 
रविवार को बिलासपुर नेचर क्लब और पक्षी प्रेमियों ने कोपरा में बर्ड वाचिंग का एक कार्यक्रम रखा जिसमें पक्षी जानकारों के साथ गुरुघासीदास विश्वविद्यालय के वानिकी के छात्र -छात्राओं  शामिल हुए। पक्षी प्रेमियों और नेचर क्लब ने कोपरा जलाशय को पक्षी दर्शन के लिए बेहद ख़ास और सबसे उचित स्थान माना है। जलाशय को 'किंगफिशर पक्षी विहार' का नाम भी दिया गया है। कोपरा पहुंचें वानिकी के छात्र -छात्राओं ने जलाशय के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण किया और वहां पाए जा रहे पक्षियों का डाक्यूमेंटेशन किया गया। कोपरा जलाशय में प्रवासी-अप्रवासी पक्षियों की करीब 130 से अधिक प्रजातियां हैं। इन दिनों कोपरा मेहमान परिंदों की दस्तक से पक्षी प्रेमियों के आकर्षण का विशेष केंद्र भी बना हुआ है। इस ख़ास मौके पर मौजूद पक्षी और प्रकृति प्रेमी के साथ जानकार विवेक यशवंत जोगलेकर ने विश्वविद्यालयीन छात्र -छात्राओं को पक्षियों के आचरण, उनके आकार-प्रकार के साथ खान-पान की महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। 
विश्वविद्यालय के छात्र -छात्राओं ने मौके से करीब 50 से अधिक पक्षियों का डाक्यूमेंटेशन किया, उनकी तस्वीरें लीं। इस मौके पर नेचर क्लब से प्रथमेश मिश्रा, मंसूर खान और अक्षय के साथ वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर सत्यप्रकाश पांडेय, महेश कुमार, शिरीष डामरे ने भी छात्र -छात्राओं को पक्षियों के विषय में कई जानकारियां दीं साथ ही उनकी तस्वीरें लेने में बरती जाने वाली सावधानी के संबंध में भी बताया। 
© all rights reserved TODAY छत्तीसगढ़ 2018
todaychhattisgarhtcg@gmail.com