[TODAY छत्तीसगढ़] / छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन का असर अब सरकारी कामकाज पर साफ़ तौर पर देखने को मिल रहा है। पिछले डेढ़ दशक से एक ही ढर्रे पर चल रहे कामकाज में सत्ता बदलते ही एक तरफ जहां कसावट दिखाई पड़ने लगी है वहीँ दूसरी तरफ सरकारी कामकाज ने भी तेजी पकड़ ली है।
राज्य सरकार की कमान संभालते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले जो प्रशासनिक फेरबदल किया वो पुलिस महकमा रहा। प्रदेश के पुलिस प्रमुख की कमान डीएम अवस्थी को सौंपे जाने के बाद से लगातार पुलिस की कार्यशैली में बदलाव की खबरें आ रही हैं। डीजीपी के निर्देश पर जहां कर्मठ पुलिस कर्मियों को प्रोत्साहन देने की कवायदें जारी हैं वहीँ काम में लापरवाही बरतने और क़ानून को अपराधियों की चौखट पर गिरवी रख देने वाले कर्मियों की शिनाख्त होते ही कड़ी कारवाही की जा रही है। आज राज्य के पुलिस प्रमुख ने एक निर्देश जारी करते हुए स्पस्ट किया है की आगामी दो महीने के भीतर पुलिस विभाग में पदोन्नति से भरे जाने वाले सभी रिक्त पद भर लिए जाएँ। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने पुलिस मुख्यालय के सभी शाखाओं के प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं। बताया जा रहा है की विभाग में वर्षों से पदोन्नति की राह ताक रहे पुलिस कर्मियों के लिए ये अवसर उनके आगे की सेवाओं में मील का पत्थर होगा क्यूंकि अब तक पदोन्नति को लेकर केवल इंतज़ार ही किया जा रहा था। राज्य के पुलिस प्रमुख का मानना है कि पुलिस कर्मचारियों को समय पर पदोन्नति मिलने से उनकी कार्यक्षमता और मनोबल में वृद्धि होती है, साथ ही उनके पारिवारिक और सामाजिक जीवन का स्तर भी ऊँचा उठता है। प्रदेश के पुलिस प्रमुख की इस कार्यशैली से निश्चित तौर पर आने वाले समय में पुलिसिया कार्यशैली में बदलाव सम्भव है।