∎ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बुलंदशहर में हुई हिंसा पर दुख व्यक्त किया और घटना में शहीद हुए पुलिस इंस्पेक्टर के परिजन को 50 लाख रुपये की सहायता देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने दो दिन के अंदर मामले की जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश भी दिए है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सिलसिले में देर रात एक बयान जारी किया. उन्होंने बुलन्दशहर के चिंगरावठी इलाके में गोवंशीय पशुओं के अवशेष मिलने को लेकर उग्र भीड़ द्वारा की गई हिंसा में स्याना के कोतवाल इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह तथा स्थानीय निवासी सुमित की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया. उन्होंने शहीद पुलिस अफसर की पत्नी को 40 लाख रुपए और उनके माता-पिता को 10 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की. साथ ही आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया.
योगी ने अपर पुलिस महानिदेशक (अभिसूचना) एस0बी0 शिरडकर को तत्काल मौके पर जाकर दो दिन में पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि जांच रिपोर्ट में घटना के कारणों तथा दोषी व्यक्तियों का विवरण भी शामिल किया जाए.
∎ कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर की गई टिप्पणी के मामले पर सोमवार को पंजाब कैबिनेट की बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सरकारी आवास पर आयोजित बैठक में कई मंत्रियों ने सिद्धू के बयान का मुद्दा उठाया। इस पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तुरंत स्टैंड लिया और मंत्रियाें को सिद्धू के खिलाफ किसी तरह की नकारात्मक टिप्पणी नहीं करने को कहा। सिद्धू के विरोध में कम से कम छह मंत्री कैबिनेट की बैठक में मोर्चा खोलने की तैयारी में थे, लेकिन सीएम के रुख से मामले पर कोई चर्चा नहीं हुई। बताया जाता है कि कैबिनट की बैठक शुरू हुई तो दो मंत्रियों ने नवजोत सिंह सिद्धू के बयान का मामला उठाया। सूत्रों के अनुसार, दोनों मंत्रियों ने इस मामले को भावुक अंदाज में उठाया, लेकिन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें रोक दिया। अमरिंदर ने मंत्रियों से कहा कि इस बैठक में तय सरकारी एजेंडों पर ही बात होगी।
∎ तेलंगाना विधानसभा चुनाव 7 दिसंबर को होना है, मगर उससे पहले सभी रानजीतिक पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने रविवार को कहा कि वह बिना कांग्रेस और बीजेपी के फेडरल फ्रॉन्ट बनाने पर दृढ़ थे. भारत को बदलने की जरूरत है और इसकी शुरुआत हैदराबाद से होगी. ये बाते उन्होंने एक समाचार चैनल से हुई बातचीत में कही। केसीआर के नाम से लोकप्रिय के चंद्रशेखर राव ने कहा कि उन्होंने पहले से ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कुछ नेताओं से बात की है. "मैं प्रधानमंत्री बनने के लिए ऐसा नहीं कर रहा हूं. मैं देश में बदलाव के लिए ऐसा कर रहा हूं. मैं एक योद्धा हूं, भिखारी नहीं. अब मैं भारतीय राजनीति में बदलाव चाहता हूं, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ करूंगा."
∎ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में डेंगू स्वाइन फ्लू सेंटर खोलने की मांग को लेकर दायर की गई जनहित याचिका को हाईकोर्ट ने शासन के जवाब से संतुष्ट होकर निराकृत कर दिया है. साथ ही हाईकोर्ट चीफ जस्टिस के डिवीजन बैंच ने हेल्थ सेकेट्री को निर्देशित किया है कि वे केंद्र सरकार को अपना अभिमत और प्रस्ताव भेजे की कंहा - कंहा सेंटर खोला जाना है.
बता दें की बिलासपुर निवासी चंद्रमौली बाजपेयी ने प्रदेश में गंभीर बीमारी स्वाइन फ्लू और फैलने वाली महामारी से होने वाली मौत और इसके जांच व उपचार की कोई व्यवस्था नहीं होने को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की थी. इसमे कहा गया है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के भयावह स्थिति को लेकर रिपोर्ट पेश की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ में यह बीमारी गंभीर रूप धारण किया है. इसके उपचार के लिए बिलासपुर के अस्पताल में पर्याप्त दवा व जांच की व्यवस्था भी नहीं है. इस बीमारी से पीड़ित के सैंपल को जांच के लिए जगदलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है. यहां अधिक सैंपल आने के कारण पुणे और दिल्ली भेज दिया जाता है. वहां से जांच रिपोर्ट आने में 14 दिन का समय लगता है.
रिपोर्ट मिलने में विलंब होने के कारण मरीज को सही उपचार नहीं मिलने से मौत तक हो जाती है. याचिका में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में स्वाइन फ्लू जांच की व्यवस्था करने की मांग की गई है. पीड़ित के रक्त परीक्षण कर जल्द से जल्द रिपोर्ट मिलने के साथ सही उपचार प्रारंभ किया जा सकता है. साथ ही बिलासपुर में भी जगदलपुर कि तरह टेस्ट सेंटर खोलने की मांग की गई है. सोमवार को मामले में सुनवाई के दौरान शासन ने अपना जवाब प्रस्तुत करते हुए बताया कि हमने टेस्ट के लिए 2 लैबो को दिया है, साथ ही दवाइयां उपलब्ध कराकर विज्ञापन के जरिए लोगों को जागरूक करने का काम भी जारी है. शासन के जवाब से संतुष्ट कोर्ट ने मामले को निराकृत कर दिया है.
∎ पंजाब के गुरदासपुर जिला स्थित सीमा क्षेत्र को पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा से जोड़ने वाली करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण को ग्रहण लगता दिख रहा है। इस कॉरिडोर के निर्माण को हरी झंडी देने वाले इमरान खान के पाकिस्तान में ही विरोध शुरू हो गया है। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-एफ के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कहा कि पीएम इमरान खान ने संसद को विश्वास में लिए बिना ही भारत के साथ करतारपुर कॉरिडोर को खोलने को हरी झंडी दी है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पिछले दिनों डेरा इस्माइल खान में रहमान ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ जुड़े रूट को बंद कर रहा था, लेकिन तहरीक ए इंसाफ सरकार भारत के नागरिकों को पाकिस्तान आने के लिए एकतरफा कदम उठा रही थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि करतारपुर कॉरिडोर को उनके (इमरान खान) विदेशी मालिकों को खुश करने के लिए खोला गया, खासकर अल्पसंख्यक समूहों को खुश करने के लिए। पाकिस्तान को इस एकतरफा कदम की कीमत चुकानी पड़ेगी। सरकार को यह कदम उठाने से पहले संसद को अपने विश्वास में लेना चाहिए था।
∎ राजस्थान के कोटा जंक्शन और कुरलासी स्टेशन के बीच रविवार को परीक्षण के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली पहली स्वदेशी डिजाइन ट्रेन 18 नई दिल्ली और वाराणसी के बीच 25 दिसंबर को लॉन्च हो सकती है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “क्रिसमस के दिन दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन भी होता है और अगर उस दिन हम ट्रेन को लॉन्च करने में सफल रहते हैं तो यह देश के महान राजनेता को श्रद्धांजलि होगी।” चूंकि 100 करोड़ रुपये की ट्रेन की निवेश लागत अधिक है, इसलिए किराया भी सामान्य से ज्यादा होगा। हालांकि, अधिकारी ने कहा कि इसकी लॉन्च की तारीख और किराए पर निर्णय अभी तक लिया जाना बाकी है क्योंकि परीक्षण अभी तक पूरा नहीं हुआ है। प्रयोगात्मक योजना के मुताबिक, ट्रेन नई दिल्ली स्टेशन से सुबह छह बजे शुरू होगी और इसके दोपहर दो बजे तक वाराणसी पहुंचने की उम्मीद है। वापसी यात्रा के लिए ट्रेन वाराणसी से 2.30 बजे प्रस्थान करेगी और रात 10.30 बजे राष्ट्रीय राजधानी पहुंच जाएगी।