[TODAY छत्तीसगढ़] / छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज पहली बार बतौर मुख्यमंत्री बिलासपुर पहुंचें, उन्होंने सूबे की सरकार को सर्वहारा वर्ग की हितैषी सरकार बताते हुए कहा कि न्यायधानी बिलासपुर का विकास राजधानी रायपुर की तर्ज पर होगा। सालों से नगरीय सीमा क्षेत्र को बढ़ाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं हुए हैं, सरकार बिलासपुर नगर निगम सीमा के विस्तार की दिशा में काम करेगी। उन्होंने बातों-बातों में ये भी कहा, जरूरत महसूस हुई तो रायपुर की तरह बिलासपुर में भी विकास प्राधिकरण का गठन किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के साथ बदली हुई सरकार के कामकाज की शैली और तेजी प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में चर्चा का विषय बनी हुई है। नई सरकार के काम का तरीका और त्वरित फैसलों से राज्य विकास की संभावना को एक तरफ जहां बल मिलता दिखाई दे रहा है वही किसान, बेरोजगार और कई वर्ग सरकार के निर्णयों से काफी संतुष्ट दिखाई दे रहें हैं। सोमवार को बिलासपुर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने तल्ख अंदाज में जहां भाजपा को सीधे निशाने पर रखा वहीँ उन्होंने जनमानस को भरोसा दिलाया सरकार हर वर्ग के हितों का ख्याल रखेगी। कार्यक्रम में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री कांग्रेस भवन पहुंचें, वहां उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस को मिली जीत झीरम में शहीद हुए पार्टी नेताओं को समर्पित कहा की जो लोग कल तक प्रदेश में कांग्रेस के जनाधार को लेकर उपहास कर रहे थे उन्हें आम जनता ने जमीन दिखा दी है।
उन्होंने कहा जनता ने जिस भरोसे के साथ प्रदेश में सत्ता की कुर्सी सौंपी है सरकार उन उम्मीदों पर खरा उतरेगी। उन्होंने कहा विकास के काम और जनहित के मामलों में सरकार त्वरित फैसले लेगी। उन्होंने जरूरत पड़ने पर बिलासपुर विकास प्राधिकरण के गठन की बात कहते हुए स्पष्ट किया की बिलासपुर नगर निगम सीमा क्षेत्र में बढ़ोत्तरी के लिए काम जल्द शुरू होगा। उन्होंने बिलासपुर की जीवन दायनी अरपा के किनारे रहने वालों की जमीन से जुड़े एक मामले पर खुलकर कहा की जिस भी व्यक्ति की जमीन अरपा नदी के किनारे है उसकी खरीदी-बिक्री के लिए अब किसी सेठ [पूर्व नगरीय मंत्री अमर अग्रवाल] की इजाजत से छुटकारा मिल गया है। इस मामले में नगरीय निकाय मंत्री शिव डहरिया से बातचीत की गई है। जमीन खरीदी-बिक्री के संबंध में जल्द ही सरकार दिशा निर्देश जारी कर देगी।
इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस से अलग होकर राज्य में अपनी पार्टी बनाकर किंगमेकर की भूमिका निभाने का दावा करने वाले अजीत जोगी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने बिना जोगी का नाम लिए कहा कुछ लोग गठबंधन के जरिये प्रदेश की जनता को लूटने का मंसूबा रखे हुए थे, प्रदेश की जनता ने सबको सबक सिखाया है। उन्होंने कहा धोखा देने वाले इस बार खुद धोखा खा गए।
उन्होंने किसानों की कर्ज माफ़ी, महाविद्यालयीन शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती और जमीन खरीदी-बिक्री पर लगी रोक को हटाने जैसे निर्णयों को एक बार फिर दोहराया।