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 [TODAY छत्तीसगढ़ ] /  अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने आज दोपहर बाद प्रत्याशियों की एक सूची जारी कर दी । पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में सोनिया गांधी के साथ पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, अशोक गहलोत और अहमद पटेल मुख्य रूप से शामिल रहे । कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से 40 सीट पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए । आज जारी सूची में वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा, ताम्रध्वज साहू के अलावा कई दावेदारों की टिकट काट दी है । 
 सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ में विभिन्न सीटों पर जिन दावेदारों पर भरोसा जताया है उनमें रायपुर दक्षिण विधानसभा से वरिष्ठ पत्रकार रुचिर गर्ग, तखतपुर से रश्मि सिंह, मरवाही से गुलाब सिंह राज, मस्तूरी से दिलीप लहरिया, पत्थलगांव से रामपुकार सिंह, मुंगेली से राकेश पात्रे, कटघोरा से पुरुषोत्तम कंवर, भिलाई नगर से देवेंद्र यादव, सामरी से चिंतामणि महाराज, भाटापारा से सुनील माहेश्वरी, धमतरी से गुरुमुख सिंह, सीतापुर से अमरजीत भगत, खरसिया से उमेश पटेल, धरमजयगढ़ से लालजीत सिंह, जांजगीर चाम्पा से मोतीलाल देवांगन, अकलतरा से चुन्नीलाल साहू, पामगढ़ से गोरेलाल बर्मन, कोरबा से जयसिंह अग्रवाल, आरंग से शिव डहरिया, पाली तानाखार से भारत सिंह, अभनपुर से धनेंद्र साहू, दुर्ग से अरुण वोरा, राजिम से अमितेश शुक्ल, बिलाईगढ़ से चंद्रदेव राय, दुर्ग ग्रामीण से प्रतिमा चन्द्राकर, पाटन से भूपेश बघेल प्रमुख रूप से शामिल हैं । 
0  शिक्षाकर्मी संघ का नेता भी ...
छत्तीसगढ़ कांग्रेस इस बार विधानसभा चुनाव में कई चौंकाने वाले नाम सामने लेकर आ रही है। इसमें पत्रकार, गायक गीतकार और शिक्षक तक को उम्मीदवार बनाया गया है। दरअसल पिछले डेढ़ दशक से सत्ता से दूर कांग्रेस हर वो दांव चल रही है जिससे सत्ता में वापसी हो सके। प्रत्याशी चयन में भी कांग्रेस काफी सोच समझकर अपने मोहरे सामने ला रही है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की जो सूची तैयार हुई है उसमें बिलाईगढ़ विधानसभा से शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष चंद्रदेव राय का नाम फाइनल कर लिया गया है।  उन्होंने अभी हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेशाध्यक्ष और बिलासपुर के रहने वाले संजय शर्मा ने भाजपा से दावेदारी की थी लेकिन उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया था । वहीं कांग्रेस से चंद्रदेव राय टिकट लेने में कामयाब रहे हैं। 

[TODAY छत्तीसगढ़ ] /  छत्तीसगढ़ निर्माण के बाद तीन साल का डरावना कार्यकाल और उसके बाद डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में विकास का जो चक्र छत्तीसगढ़ में चला है, उसे रूकने नहीं देना है। समाज के हर तबके के लिए और अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक शासन की जो जनकल्याणकारी योजनाएं पहुंची है, और बीमारू राज्य की श्रेणी से विकसित राज्य की श्रेणी तक छत्तीसगढ़ तक जो सफर जारी है, इसे थमने नहीं देना है।
             ये बातें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को  राजनांदगांव में आयोजित एक आमसभा को संबोधित करे हुए कही। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के नामांकन रैली में शामिल होने पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने विकास की नई ऊंचाईयों को छूआ है। छत्तीसगढ़ ने जिस तेजी से विकास का एक नया आयाम लिखा है, वह काबिले तारीफ है। छत्तीसगढ़ में विकास की जो योजनाएं चल रही है, यह किसी भी कीमत पर रूकनी नहीं चाहिए।
0 यूपी श्रीराम की जन्मस्थली छग ननिहाल
योगी आदित्यनाथ ने अपने उद्बोधन की शुरूआत में कहा कि उत्तरप्रदेश भगवान श्रीराम का जन्मस्थल है और छत्तीसगढ़ ननिहाल। इस लिहाज से आम लोगों की तरह उनका भी छत्तीसगढ़ से भावनात्मक लगाव है। वे पहले भी छत्तीसगढ़ आते रहे हैं, तब के छत्तीसगढ़ में और अब के छत्तीसगढ़ में आए बदलाव को उन्होंने चमत्कार की संज्ञा देते हुए कहा कि पूर्व में छत्तीसगढ़ को बीमारू राज्य कहा जाता था। उस समय वे सांसद थे और डॉ. रमन सिंह केन्द्र में मंत्री थे। एनडीए की सरकार बनने के बाद जब स्व. अटल बिहारी बाजपेयी ने छत्तीसगढ़ के साथ झारखंड और उत्तराखंड का निर्माण किया तब मंशा थी कि छत्तीसगढ़ में लोगों की मंशानुरूप विकास हो। राज्य गठन के बाद तीन साल का डरावना समय गुजरा, प्रदेश की जनता ने डॉ. रमन सिंह पर विश्वास जताया और यहां भाजपा की सरकार बनाई।
इसका परिणाम आज सबके सामने है। बीमारू राज्य के रूप में पहचाने जाने वाला छत्तीसगढ़ आज विकसित राज्य की श्रेणी में खड़ा है। इसका पूरा श्रेय डा. रमन सिंह को जाता है, जिन्होंने अपने सरल, सहज स्वभाव और आमजनों के बीच अपनी सीधी पहुंंच बनाकर समाज के सभी तबके के विकास के लिए काम किया। 

                             [TODAY छत्तीसगढ़ ] /  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने आज अपना नामांकन पर्चा दाखिल कर दिया है। शुभ मुहूर्त पर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनांदगांव जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री की पत्नी वीणा सिंह,  उत्तरप्रदेश  के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सांसद अभिषेक सिंह, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक समेत भाजपा के कइयों नेता मौजूद रहे । 
 मुख्यमंत्री रमन सिंह तीसरी बार राजनांदगांव से चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले चुनावों में मुख्यमंत्री ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। मुख्यमंत्री ने पिछली बार उदय मुदलियार की पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा था, इस बार कांग्रेस ने करुणा शुक्ला को मैदान में उतारा है। इधर योगी आदित्यनाथ खास तौर पर मुख्यमंत्री के नामांकन के लिए आज छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। रायपुर पहुंचने पर योगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है, इसलिए उनका यहां आना स्वभाविक है। राजनांदगांव में नामांकन दाखिल करने के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह कुलदेवी के दर्शन किये ।
 नामांकन के बाद आमसभा ... 
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने राजनांदगांव की 6 की छह सीट जिताने का संकल्प आज अपने कार्यकर्ताओं को दिलाया है। नामांकन के बाद एक बड़ी आमसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि भाजपा को अपने 65+ के मिशन कामयाब करना है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि 15 सालों में छत्तीसगढ़ ने काफी विकास किया है। उन्होंने दावा किया कि चौथी बार भी छ्त्तीसगढ़ में भाजपा की ही सरकार बनेगी। उन्होंने राजनांदगांव की सीटों की जिक्र करते हुए कहा कि ” एक भी वोट कम नहीं होना चाहिये, सभी छह सीटें जीतकर लानी है”। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में सिर्फ नारे लगाने का काम किया। विकास के नाम पर कुछ नहीं किया गया। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वो भाजपा के मिशन 65 प्लस के लिए पूरी तरह से तैयार हो जायें और पार्टी को चौथी बड़े अंतर से जीत दिलायें। 

                             [TODAY छत्तीसगढ़ ] /  सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में पटाखों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. कोर्ट ने साफ कहा है कि अगर इनका पालन नहीं होता है तो इसे सीधे कोर्ट की अवमानना माना जाएगा. 
                      इस मामले की सुनवाई कर रहे जज जस्टिस एके सीकरी और जस्टिस अशोक भूषण ने दलील पूरी होने के बाद फ़ैसला 28 अगस्त को सुरक्षित रख लिया था. वहीं सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने देशभर में पटाखों की बिक्री पर बैन का विरोध किया था. केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट से कहा-पटाखों के उत्पादन को लेकर नियम बनाना बेहतर कदम है. एल्युमिनियम और बेरियम जैसी सामग्री का इस्तेमाल रोकना सही होगा. तमिलनाडु सरकार, पटाखा उत्पादकों और विक्रेताओं ने सुप्रीम कोर्ट से कहा- बिना किसी ठोस वैज्ञानिक रिसर्च के कोर्ट ने पिछले साल दिल्ली में पटाखों की बिक्री रोक दी थी. इससे लाखों लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ. प्रदूषण के लिए पटाखों से ज्यादा कई अन्य चीजें जिम्मेदार हैं


 [TODAY छत्तीसगढ़ ] /  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने जशपुर के वरिष्ठ आदिवासी नेता और छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री रहे गणेश राम भगत का पार्टी से निष्कासन समाप्त कर दिया है।  भारतीय जनता पार्टी द्वारा इस बात की पुष्टि एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से की गई है।   जशपुर क्षेत्र के वरिष्ठ आदिवासी नेता गणेशराम भगत डाक्टर रमन की केबिनेट में आवास पर्यावरण एवं आदिम जाति मंत्री रह चुके हैं। पिछले पंचवर्षीय चुनाव में वे टिकट नहीं मिलने से बागी हो गए और पार्टी प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़े जिसकी वजह से उन्हें संगठन ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा चुनाव के समय गणेश राम भगत का निष्कासन समाप्त करते हुए उन्हें वापस घर [भाजपा] बुला लिया है। आपको बता दें कि जशपुर इलाके में गणेशराम भगत बेहद मजबूत नेता माने जाते है। गणेशराम भगत की घर वापसी के बाद जशपुर इलाके में पार्टी की मजबूती के कयास भी लगाए जा रहें हैं।
             
                                 
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / प्राण चढ्ढा /  गांव की खुशहाली के लिए तमाम ग्रामीणों ने कल रतजगा किया। सुबह प्रभात रैली निकाली और फिर ग्रामदेवताओं को पूजन कर प्रसन्न किया । कोई डेढ़ दशक बाद बिलासपुर से करीब 9 किमी दूर गांव सैदा में सोमवार को 'बिदर' का आयोजन था। कल संध्या 6 बजे गांव में हँकारे ने बिदूर' की खबर ऊंची आवाज में गाँव की गली गली तक पहुंचा दी थी।  

सारी रात गांव के श्रद्धालु सोये नहीं, उन्होंने देवी जशगान ढोल-मंजीरे संग किया।रात आंखों आंखों में कट गई सुबह तालाब के किनारे गांव कीर्तन करते गांव के बाहर स्थापित ग्राम देवता के पूजन सब कतार में बढ़ चले।
पूरा गांव बन्द था,महिलाएं जलभरने भी घर से नहीं निकलीं। एक- एक कर गांव के इर्द गिर्द स्थापित सभी ग्रामदेवता को जागृत करने का परम्परागत अनुष्ठान किया गया। गांव के एक प्रमुख ने बताया,इस अनुष्ठान में बकरे की बलि भी दी जाती है। कुछ बकरों को पूजा बाद गांव में छोड़ दिया जाता है, जिसे "ठाकुर देव" के नाम से जाना जाता है।ये उन्नत नस्ल के होते है जो बीजार, बन 'सांड' सा जीवन बिताता है। पहले बिदूर का आयोजन तीन माह के अंतराल में होता था । आज सुबह कोपरा बर्ड फोटोग्राफी जाते हुए मैं भी इनके साथ शामिल हो गया। खेतों में धान की फसल खड़ी है, कटाई में कुछ वक्त है, इसलिए गांव के प्रमुख लोगों ने बिदूर की सहमति बना इस अनुष्ठान का आयोजन किया।
साढ़े आठ बजे करीब 17 जगह ग्राम देवता को प्रसन्न कर लिया गया था, लिहाजा ऊंचा तगड़ा हँकारा गांव में बुलंद आवाज में जानकारी देने निकला, ठाकुरदेव की पूजा हो गयी है, अब महिलाएं नल से पानी भर लेवें। 
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