चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करने एक दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ आये राहुल गांधी आज केंद्र से लेकर राज्य सरकार पर जमकर बरसे। राहुल गांधी ने राफेल के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। उन्होंने नरेंद्र मोदी के भाषण की नकल उतारते हुए कहा कि चौकीदार ने 526 करोड़ के राफेल हवाई जहाज को 1600 करोड़ रुपये में खरीदा। यहीं नहीं राफेल बनाने का ठेका हिंदुस्तान एयरनोटिकल लिमिटेड से छिनकर अंबानी को दिया, जबकि अंबानी को विमान बनाने का थोड़ा सा भी अनुभव नहीं है । खुद को देश का चौकीदार बताने वाले मोदी के बयान पर भी राहुल गांधी ने उन्हें घेरा। राहुल ने कहा कि वो जनता के चौकीदार नहीं है, बल्कि अंबानी के चौकीदार हैं।
उन्होंने एक बार फिर दोहराया की अगर कांग्रेस की सरकार आयी तो किसानों का कर्जा माफ कर दिया जायेगा। कर्नाटक का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा की किसानों का कर्जा माफ़ी कोई अहसान नहीं बल्कि किसानों को उनका हक़ देना है। सभा में उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को भरोसा दिलाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा की “चुनाव का वक्त है, यहां पैराशूट से किसी भी कंडीडैट को टिकट नहीं मिलने वाला है। आप लड़े हो, आपने लाठियां खायी है, वहीं कंडीडैट चुनाव लड़ेगा जिसे कार्यकर्ता चाहते हैं और जिसने कांग्रेस कार्यकर्ता की रक्षा की है। कार्यकर्ता पोलिंग बूथ पर लड़ें, आप शेर हो बब्बर शेर। आरएसएस बीजेपी को दिखाइये आप क्या हो” !
कुछ देर पहले जारी छह नामों में राजनांदगांव से करुणा शुक्ला, खुज्जी से चन्नी साहू, मोहला मानपुर से इंदर शाह मंडावी, खैरागढ़ से गिरवर जंघेल, डोंगरगढ़ से भुवनेश्वर सिंह बघेल और डोंगरगांव से दिलेश्वर साहू का नाम है। छत्तीसगढ़ में पहले चरण के वोटिंग के लिए नॉमिनेशन का आखिरी दिन 23 अक्टूबर दिन है। कांग्रेस ने पहले चरण की 18 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम फाइनल कर दिए हैं। सीएम रमन सिंह के खिलाफ कांग्रेस ने कभी बीजेपी छत्तीसगढ़ का एक बड़ा चेहरा रहीं करुणा शुक्ला को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है। आपको बता दें कि करुणा शुक्ला पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी हैं। उल्लेखनीय है कि शुक्ला बीजेपी टिकट पर जहां कोरबा से सांसद रह चुकी हैं, वहीं बलोदा बाजार से विधायक रही हैं। बीजेपी में अपनी अनदेखी से दुखी होकर उन्होंने 2014 के आम चुनावों से पहले कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कांग्रेस ने शुक्ला को बिलासपुर से टिकट दिया लेकिन वह हार गईं।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / ब्राह्मण युवा आयाम द्वारा समग्र ब्राह्मण युवक-युवती वैवाहिक परिचय,परिवार मिलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन रविवार 21 अक्टूबर को बिलासपुर के मुस्कान भवन [सरकंडा] में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात एवं कनाडा आदि से ब्राह्मण परिवार के सदस्य शामिल हुए।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अमर अग्रवाल ने शिरकत की। ब्राह्मण युवा आयाम के प्रदेश अध्यक्ष ज्योतिन्द्र उपाध्याय ने जारी प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि मुख्य अतिथि अमर अग्रवाल द्वारा समाज को गौरवान्वित करने वाली विभूतियों का सम्मान किया गया। सम्मान प्राप्त करने वाली विभूतियों में मुख्य रूप से अरुण चौबे पत्रकारिता, डॉ तरुण धर दीवान युवा वैज्ञानिक, डॉ प्रशांत शर्मा युवा वैज्ञानिक, अर्चना पाण्डेय डिप्टी कलेक्टर, डॉ आशुतोष तिवारी चिकित्सक, चंदूकुमार दुबे पत्रकारिता, मनोज शर्मा पत्रकारिता, राधाकिशन शर्मा पत्रकारिता, रमन दुबे पत्रकारिता, सत्यप्रकाश पाण्डेय वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर, स्मिता शर्मा सहायक ट्रेजरी अधिकारी, आंचल पाण्डेय अंतराष्ट्रीय कत्थक नृत्यांगना, विशाल शुक्ला जुडो में गोल्ड, अभीषेक दुबे तलवारबाजी में गोल्ड, रजनी दुबे बेसबॉल में गोल्ड शामिल रहे जिन्हे अतिथी के हाथों स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
ज्योतिन्द्र उपाध्याय ने बताया कि कार्यक्रम में 250 से अधिक की संख्या में पंजीयन प्राप्त हुआ। बिलासपुर में इस प्रकार का पहला प्रदेश स्तरीय आयोजन किया गया जिसमें ब्राह्मण परिवार के लोगो ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। रविवार को आयोजित कार्यक्रम से पूर्व 14 अक्टूबर को ब्राह्मण युवा आयाम द्वारा रंगोली, मेहंदी, चित्रकला, निबंध, व्यंजन, फोटोग्राफी एवं नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसके विजयी प्रतिभागियो को आज पुरस्कृत किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से बंशीलाल गौरहा, चंद्रप्रकाश बाजपेई, डॉ प्रदीप शुक्ला, अनिल तिवारी, संजय शर्मा, अरुण चौबे, आर पी शुक्ला, सचिदानंद तिवारी, रविन्द्र उपाध्याय, सुनील तिवारी, रतिन्द्र उपाध्याय, नागेंद्र धार शर्मा, डॉ चंद्रशेखर गौरहा, ज्योतिन्द्र उपाध्याय, गौरव शुक्ला, उदयन शर्मा, विराज तिवारी, मुकेश पाण्डेय, रितिक पाण्डेय, मनोज दुबे, विवेक शर्मा, अलोक जोशी, सूर्यप्रकाश मिश्रा, अभिषेक चौबे, राजा मिश्रा, अनिल शर्मा, दीपक तिवारी, आयुष तिवारी, सुयश तिवारी, शिवा पाण्डेय, अभुदय तिवारी, प्रिंस मिश्रा,प्रशांत तिवारी, मयंक चौबे, पुनेश्वर नाथ मिश्रा मातृशक्ति से अनीता तिवारी, पूर्णिमा दुबे, रजनी शर्मा, मुक्ता उपाध्याय, कंचन पाण्डेय, पूर्णिमा तिवारी, विभा गौरहा, पूजा शर्मा, स्वाति उपाध्याय, अंकिता पाण्डेय, मेघा तिवारी, अंशिका जोशी, गीता तिवारी, संध्या दीवान सहित ब्राह्मण युवा आयाम के सदस्य गण भारी संख्या में उपस्थित थे।

[TODAY छत्तीसगढ़ ] / घड़ी की सुई की तरह छत्तीसगढ़ में सियासी ड्रामा चल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं। मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगाँव से चुनाव लड़ने का फैसला वापस लेने के बाद अब उनके मरवाही से चुनाव लड़ने की ख़बरें चर्चा में हैं। अजित जोगी परिवार का ये नया दांव कल शाम ही सुर्ख़ियों में आया, जब उनके पुत्र अमित जोगी ने ये कहते हुए संकेत दिए की मरवाही विधानसभा की जनता चाहती है की उनका 'कमिया' चुनाव लड़े।
महागठबंधन द्वारा लिए गए जेसीसीजे अध्यक्ष अजीत जोगी के चुनाव नही लड़ने और 90 विधानसभा में प्रचार करने के निर्णय से स्तब्ध मरवाही के मतदाताओं ने रविवार को बड़ी संख्या में अजित जोगी से मिलकर चुनाव लड़ने का निवेदन किया है । इस संबंध में जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मरवाही की जनता गठबंधन के फैसले का सम्मान करती हैं, लेकिन जोगी उनके कमिया यानि सेवक हैं और उनको मरवाही क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए। राज्य में जारी सियासी उठापटक में जोगी समर्थक साफ़ कहते हैं की महागठबंधन के निर्णय से वे पूरी तरह सहमत हैं कि जोगी को एक विधानसभा से चुनाव लड़ाकर सीमित करने की बजाय सभी 90 विधानसभाओं में प्रचार के लिए उपयोग किया जाना चाहिए लेकिन जोगी समर्थक ये भी मानते हैं की वे मरवाही से चुनाव लड़ें और बाकी की विधानसभा सीटों के लिए प्रचार करते रहें।
मरवाही विधायक अमित जोगी ने जारी बयान में कहा है कि जोगी परिवार के सभी बड़े राजनीतिक फैसले मरवाही की जनता से पूछ कर लिए जाते हैं। अजीत जोगी ने पार्टी का गठन भी मरवाही के वरिष्ठ लोगों से ही पूछ कर किया था। अजीत जोगी के चुनाव लड़ने के संबंध में भी अंतिम मुहर मरवाहीवासी ही लगाएंगे।अमित जोगी ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि अजीत जोगी हमेशा की तरह मरवाही के लोगों को निराश नहीं करेंगे।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / बिलासपुर शहर भर में दुर्गोत्सव बड़े धूमघाम के साथ मनाया गया। इसके बाद उतने ही जोश-खरोश और गाजेबाजे के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन भी हुआ। माता प्रतिमाओं का विसर्जन के बाद अरपा नदी के छठ घाट पर बड़ी संख्या में कचरा, पॉलिथीन और पूजन सामग्रियों का कचरा यहाँ से वहाँ तक बिखरा हुआ पड़ा है। इसका मलबा अब सड़ांध मारने लगा है। इससे नदी प्रदूषित हो रही है, लेकिन इसे साफ करने के लिए न तो प्रशासन ने अभी तक कोई सार्थक पहल की और न ही कोई सामाजिक संस्था सामने आई है। हालांकि अरपा को सालों पहले ही प्रदूषित और गंदगी के ढेर में तब्दील किया जा चुका है लेकिन आस्था के बाद यहां-वहां फैले कचरे को देखकर समझा जा सकता है की ये नदी साल में कइयों बार श्रद्धालुओं के कोप का भाजन बनती रही है।
इस बरस गनीमत ये रही की अधिकाँश दुर्गा प्रतिमाएं मिटटी की बनी हुई थी, विसर्जन के बाद वो पानी में घुल गईं लेकिन प्रतिमाओं के घुल जाने के बाद कहीं लकड़ी की टुकड़े, बांस की बल्लियां, मिट्टी के टूटे हुए बर्तन, पानी में भीगे रंग-बिरंगे कागज, प्लास्टिक की थैलियां, माँ पर चढ़ाये गए रंग-बिरंगे वस्त्र और आकार देने के लिए इस्तेमाल किया गया पैरा अरपा के किनारे तैर रहा है। मूर्ति विसर्जन के बाद हालात खतरनाक हैं क्योंकि प्रतिमाओं के साथ प्लास्टिक एवं अन्य खतरनाक अघुलनशील कचरा और विषैली सामग्री अरपा में तैर रही है। कुछ इसी तरह का हाल शहर से लगे उन तालाबों, जलाशयों का भी है, विसर्जन के बाद स्वच्छता की पैरोकारी करने वाले सामाजिक संगठन न तो सामने आते हैं, ना ही प्रशासन इस मलबे को उठवाने की जहमत उठाता है। नतीजतन महीनों ये मलबा किनारे पड़ा सड़ांध मारता रहता है। छठ घाट में फिर भी राहत है क्यूंकि कुछ समय बाद छठ पूजा के लिए नगर निगम प्रशासन साफ़-सफाई करवाता है। फिलहाल अरपा नदी की तकदीर और इस तस्वीर की सूरत बदलने में कुछ दिनों का वक्त अभी बाकी है।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए एनसीपी ने भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। एनसीपी ने प्रदेश में 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है जिसके तहत आज सोमवार को पार्टी ने 13 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है।






