[TODAY छत्तीसगढ़ ] / शारदीय नवरात्रि में शक्ति के उपासकों ने बड़ी ही आस्था के साथ जगत जननी माँ जगदम्बा की आराधना की। इन नौ दिन शहर से लेकर गाँव तक माता की भक्ति का शोर सुनाई पड़ता रहा। जगह जगह आकर्षक पंडाल सजाये गए जिसमें माता दुर्गा की स्थापना की गई। कई दुर्गा पंडालों में झाकियां भी बनाई गईं थी जिसका आनंद हजारों लोगों द्वारा उठाया गया। इधर विजयादशमी के बाद माता दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर शुरू हुआ जो अब भी जारी है। शहर से लेकर गाँव, कस्बे तक की कुछ दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन की तस्वीरें मेरे कैमरे में समाई हैं। आप भी देखिये उन 28 तस्वीरों को जिसमें माता की भक्ति का हर रंग दिखाई पडेगा।

[TODAY छत्तीसगढ़ ] / भारतीय जनता पार्टी की प्रतीक्षारत उम्मीदवारों की सूचि जारी होने के बाद भीतरी अंतर्कलह अब खुलकर सामने आने लगा है। पाटन विधानसभा के अलावा रायगढ़, महासमुंद समेत कई जगह से पार्टी कार्यकर्ताओं के बगावती शोर ने एक बात तो साफ़ कर दी है की अब मतदाता स्थानीय चेहरा चाहता है। पाटन विधानसभा से विजय बघेल दावेदारों की दौड़ में सबसे आगे दिखाई पड़ रहे थे लेकिन पार्टी संगठन ने मोतीलाल साहू पर भरोसा जताया है। ठीक उसी तरह रायगढ़ विधानसभा से रोशन अग्रवाल को प्रत्याशी बनाये जाने से वरिष्ठ नेता विजय अग्रवाल के समर्थक खासे नाराज हो गए हैं।
शनिवार को छत्तीसगढ़ भाजपा में टिकट वितरण से कई नेता काफी नाराज चल रहे हैं। विधायकों के टिकट कटने से इस्तीफे की धमकी भी मिल रही है।बता दे कि दुर्ग जिले की सबसे महत्वपूर्ण सीट मानी जाने वाली पाटन विधानसभा सीट से भाजपा ने विजय बघेल के बजाए मोतीलाल साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है। विजय बघेल को टिकट नहीं मिलने से पाटन भाजपा के नेता काफी नाराज चल रहे हैं, और सामूहिक इस्तीफे की भी धमकी दी हैं। पाटन भाजपा मंडल अध्यक्ष के साथ कई नेता अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को सौंपने की बात कह रहे हैं, पाटन भाजपा मंडल अध्यक्ष किशोर साहू, भाजपा नेताहर्ष भाले, अखिलेश मिश्रा, संदीप कश्यप के नेतृत्व में कई नेता और कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय में पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया। साथ ही दुर्ग ग्रामीण से विधायक रमशीला साहू को भी भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। रमशीला साहू की जगह जागेश्वर साहू को प्रत्याशी बनाया गया है। टिकट वितरण की इस नीति से रमशीला साहू को भी झटका लगा है।
इधर रोशन अग्रवाल को रायगढ़ विधानसभा से अधिकृत प्रत्याशी बनाये जाने के बाद से ही पूर्व विधायक और भाजपा के कद्दावर नेता विजय अग्रवाल के समर्थकों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है । आज सुबह से ही विजय अग्रवाल के निवास में समर्थकों का जमावड़ा लगा रहा । समर्थकों द्वारा लगातार विजय अग्रवाल को निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए दबाव बनाया जा रहा है । उनका मानना है कि विजय अग्रवाल ही रायगढ़ विधानसभा से पार्टी के योग्य उम्मीदवार हैं पर पार्टी द्वारा वर्तमान विधायक रोशन अग्रवाल को पुनः टिकट देकर गलत किया । ज्ञात हो कि विजय अग्रवाल 10 साल से न विधायक हैं और न पार्टी के किसी बड़े पद में किन्तु उनकी सक्रियता में बिल्कुल कमी नही आई है।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और भाटापारा से विधायक शिवरतन शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के फैसले अब दिल्ली में नहीं बल्कि लखनऊ में होंगे। यह मुनादी जनता कांग्रेस के मुखिया अजीत जोगी को राज्य भर में कर देनी चाहिए। जोगी के चुनाव नहीं लडऩे का फैसला लखनऊ में बैठी बसपा सुप्रीमो मायावती ने किया है। पहले अजित जोगी के सारे फैसले दिल्ली दरबार में सोनिया गांधी किया करती थीं, अब वो निर्णय माया बहन कर रही हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा की अजित जोगी भले ही खुद को इस प्रदेश की माटी का होना बताते हों लेकिन उनके भविष्य का फैसला हमेशा दिल्ली से होता रहा है, अब लखनऊ से होगा। भाजपा विधायक ने कहा की छत्तीसगढ़ की जनता के सेवक होने का ढोंग करने वाले जोगी का असली चेहरा यही है।
दरअसल भाजपा प्रवक्ता ने ये सारी बाते अजित जोगी के राजनांदगांव से चुनाव नहीं लड़ने के फैसले पर कहीं हैं। उन्होंने कहा की जोगी अक्सर सुर्खियों में बने रहने के लिए कुछ भी बतोलेबाजी करते रहते हैं। छत्तीसगढ़ की जनता विकास के असल मायने देख और समझ रही है। जागरूक जनता को जोगी जैसे सियासतदार भ्रमित नहीं कर सकते। कुर्सी की लालसा ने अजित जोगी को हाशिये पर ला खड़ा किया है। वे जनता कांग्रेस बनाकर बसपा से गठबंधन करके मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि जोगी का यह कैसा मायाजाल है ? बेटा जनता कांग्रेस का शहजादा है, बहू बसपा की राजकुमारी, पत्नी को कांग्रेस टिकट की आस और मैदान छोडक़र जोगी घूम रहे बदहवास। कुछ इसी अंदाज में कटाक्ष करते हुए शिवरतन शर्मा ने कहा ज्यादा दिन नहीं बचा है, जनता सभी के चाल चरित्र को देख-समझ रही है। जनता अपने वोट की ताकत से विकास विरोधियों को नेस्तनाबूत कर देगी। प्रदेश में चौथी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने का दावा भी पार्टी प्रवक्ता द्वारा किया गया।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी ने रविवार को पहले चरण के मतदान वाली विधानसभा सीट के लिए 8 प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है। खास बात यह है कि बस्तर टाइगर स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के पुत्र छविंद्र कर्मा दंतेवाड़ा से कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में कूद गए थे, कांग्रेस की लाख कोशिशों के बावजूद छबिंद्र कर्मा नहीं माने । इस मामले में आज जरूर नया मोड़ आया है, समाजवादी पार्टी ने छबिंद्र पर भरोसा जताते हुए दंतेवाड़ा से अपना उम्मीदवार बनाया है। सियासत में बदले समीकरण ने अब तस्वीर एकदम साफ़ हो चुकी है। यानी छबिंद्र अपनी मां देवती कर्मा के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। हालांकि छबिंद्र ने एक दिन पहले ये भी स्पष्ट कर दिया है की उनका अपनी माता से कोई मतभेद नहीं है, चूँकि पिछले विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने टिकट देने का भरोसा दिया था इस कारण उनका विरोध कांग्रेस से है। समाजवादी पार्टी ने बीजापुर से संतोष पुनेम को अपना उम्मीदवार बनाया है वहीँ जगदलपुर की सामान्य सीट पर विमिलेश दुबे मैदान में हैं। राजनांदगांव, खुज्जी और डोंगरगढ़ के लिए प्रत्याशी का एलान बाद में किया जाएगा। पार्टी द्वारा जारी दूसरी सूची में 5 प्रत्याशियों के नाम हैं जिसमें रायपुर पश्चिम से नवीन गुप्ता, बसना से य़ागेन्द्र भोई, अकलतरा से जीवन सिंह यादव, पामगढ़ से मुकेश लहरे, कोरबा से अमरनाथ अग्रवाल और वैशालीनगर से सूबेदार सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है।
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / बिलासपुर जिले के समीपस्थ ग्राम शिवतराई में एक परिवार को सामाजिक बहिष्कार का दंश झेलना पड़ रहा है वो भी सिर्फ इसलिए कि अनुसूचित जाति के एक लड़के ने उस परिवार की लड़की से शादी करने के लिए कुछ पोस्टर गांव में लगा दिए थे। सामाजिक बहिष्कार का दंश झेल रहे परिवार की एक महिला से ये सदमा बर्दास्त नहीं हुआ और उसने दम तोड़ दिया। मानवीय असंवेदना की हद तब पार हुई जब महिला की मौत के बाद उसका क्रियाकर्म करने कोई तैयार नहीं हुआ।
लड़की शिकायत के बाद पुलिस ने लड़के को पकड़ा भी था और लड़के ने दोबारा इस तरह की हरकत नहीं करने की भी बात भी कही थी। बावजूद इसके लड़का अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और लड़की के साथ लगातार अभद्रता करता रहा। इसी बीच सदमे में लड़की की चाची की दो दिन पहले मौत हो गई। गांव के बहिष्कार के चलते कोई भी उनके घर शव का अंतिम संस्कार करवाने के लिए नहीं गया। कुछ लोगों को इस अमानवीय घटनाक्रम की जानकारी लगी तो वे पुलिस की मदद से गाँव पहुंचे जहां पुलिस की मौजूदगी में महिला का दो दिन बाद अंतिम संस्कार किया गया। इस घटनाक्रम के बाद शिवतराई गाँव में तनाव का माहौल है।







