TODAY छत्तीसगढ़ / बिलासपुर / छत्तीसगढ़ सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को शराबबंदी करने का वादा याद दिलाने के लिए बिलासपुर निवासी संजय आयल सिंघानी ने गांधी चौक से रायपुर तक पैदल यात्रा शुरू की है। 28 जून को बिलासपुर के गांधी चौक से शुरू हुई पैदल यात्रा बिल्हा, बलौदा बाजार, आरंग, राजिम होते हुए करीब 195 किलोमीटर की दुरी तय कर संजय आयल सिंघानी आज रायपुर पहुंचे। वे कल 7 जुलाई को 11 बजे मरीन ड्राइव तेलीबांधा तालाब से मुख्यमंत्री निवास जाएंगे।
इस पदयात्रा में संजय आयल सिंघानी ने गांधीजी की तरह वेशभूषा धारण की है।उनको पदयात्रा में छत्तीसगढ़ की जनता का शराबबंदी के लिए भरपूर समर्थन मिला और पक्ष विपक्ष के अनेक नेताओं ने और राजनीतिक दलों ने उनका उत्साहवर्धन भी किया। उन्होंने अपनी पदयात्रा के दौरान आम जनता से शराब जैसी बुराई को छोड़ने की अपील की है।
संजय सिंघानी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से शराबबंदी करने के लिए अपनी दस मांगों पर तत्काल अमल करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि-
1. छत्तीसगढ़ में किस तरह से और कितने दिनों में शराबबंदी होगी, इसका पूरा कार्यक्रम सरकार एक सप्ताह में घोषित करे।
2. शराबबंदी के पहले कदम के रूप में सरकार तत्काल हर दुकान में औसत से कम का प्रतिदिन बिक्री का कोटा निर्धारित करे। जिसे धीरे धीरे और कम करते जाए।
3. दुकान के अलावा बाहर अवैध बिक्री पर कड़ाई से प्रतिबंध हो।
4. लायसेंस वाली जगहों के अलावा सभी ढाबों, होटलों, सार्वजनिक स्थानों इत्यादि में शराब सेवन भी प्रतिदिन कार्यवाही होनी चाहिए।
5. तत्काल प्रभाव से शराब बिक्री स्थलों के आसपास शराब सेवन और ठेलों पर नमकीन नाश्ता इत्यादि बिक्री पर कड़ाई से प्रतिबंध लागू हो, शराब दुकान के साथ अहाता हो। शराब दुकान के बाहर गंदगी बिल्कुल न हो।
6.आबकारी विभाग, पुलिस विभाग इन सब पर प्रतिदिन टारगेट कार्यवाही करे।
7. बच्चे शराब सेवन किए हुए या करते हुए पाए जाने पर उस क्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई हो।
8. सरकार की मंशा शराबबंदी की है तो यह कार्यवाहियां जनता को नजर आना चाहिए।
9.शराब दुकानें शाम छः बजे बंद कर दी जाएं।
10.शराब बिक्री से प्राप्त राजस्व का एक हिस्सा शराब सेवन को हतोत्साहित करने के कार्यक्रमों में और गांव गांव मोहल्ले मोहल्ले की महिला समितियों को दिया जाए जो शराब सेवन हतोत्साहित करने और शराब पीकर अराजकता करने वालों को रोकने का कार्य करें, उन्हें इस हेतु कुछ अधिकार भी दिए जाएं।