TODAY छत्तीसगढ़ / बिलासपुर। मंगला चौक के पास स्थित गोल्डन ऑक अपार्टमेंट के चौथे माले से कूदकर आत्महत्या करने वाली युवती खुशबू विश्वकर्मा के मामले में आखिरकार एक महीने बाद सिविल लाइन पुलिस ने जूना बिलासपुर के बिजली दुकानदार राजेश गुप्ता को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि सिविल लाईन पुलिस ने आत्महत्या के इस मामले की फ़ाइल करीब-करीब बंद कर दी थी लेकिन जिले के नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को मिली शिकायत के बाद इस मामले में कार्रवाही की गई।
आपको बता दें कि 24 जून को विवेक विश्वकर्मा (26 वर्ष) ने सिविल लाईन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी बहन खुशबू विश्वकर्मा जो राजेश गुप्ता के जूना बिलासपुर स्थित बिजली दुकान [अभिलाष इंटरप्राइजेस] में काम करती थी, उसने गोल्डन ऑक अपार्टमेंट के ऊपर से कूदकर अपनी जान दे दी। इसी अपार्टमेंट में राजेश गुप्ता का भी घर है। पुलिस ने पोस्टमार्टम पंचनामा आदि की कार्रवाई पूरी करने के बाद मृतिका का मोबाइल जप्त किया और तकनीकी साक्ष्य इकट्ठे किए।
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उल्लेखनीय है कि 24 जून को शाम करीब 4:30 बजे खुशबू विश्वकर्मा राजेश गुप्ता के दुकान पर गई थी। उसने उसे गाली गलौज देकर धक्का मारते हुए अपमानित करते हुए मारपीट भी की और इसके बाद परेशान खुशबू ने राजेश गुप्ता के घर के ऊपर से कूद कर अपनी जान दे दी। पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि राजेश गुप्ता के दुकान में युवती विगत 6-7 साल से काम करती थी। दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी। बाद में वह उसे लगातार प्रताड़ित करने लगा। उसने खुशबू को उसने नौकरी से निकाल दिया था। इसके बावजूद वह मोबाइल से लगातार उससे बात करता रहता था।
पुलिस पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह हमेशा उससे बातचीत करता था और उसके साथ दोस्ती थी। खुशबू का उसने बीमा भी कराया था। इसके कागजात पुलिस ने जब्त किये हैं। साथ ही जिस मोबाइल से गु्प्ता, मृतिका खुशबू से बात करता था वह भी जब्त कर लिया गया है।