पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह की ओर से भाजपा के राज्य सभा सदस्य और अधिवक्ता महेश जेठमलानी, विवेक शर्मा, संजय कुमार ने पैरवी की। वहीं शासन की ओर से महाधिवक्ता सतीशचंद्र वर्मा, अभिषेक सिंघवी ने बात रखी। इस पर कोर्ट में करीब 4 घंटे बहस चली। जिसके बाद कोर्ट ने आवेदन पर फैसला सुरक्षित कर लिया। अब अगली सुनवाई तीन सप्ताह बाद होगी। वहीं दोनों नेताओं की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि उनके खिलाफ कोई केस नहीं बनता है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
दोनों भाजपा नेताओं ने अधिवक्ता विवेक शर्मा के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। इसमें कहा गया है कि जिस टूल किट को लेकर अपराध दर्ज किया गया है, वह सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध था। याचिकाकर्ताओं ने पब्लिक डोमेन में मौजूद उस डिजिटल डॉक्यूमेंट पर टिप्पणी की है। ऐसे में उनके खिलाफ कोई अभियोग नहीं बनता है। इस मामले में रोस्टर के अनुसार याचिका पर सुनवाई जस्टिस नरेंद्र व्यास की कोर्ट में हुई।
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 18 मई को अपने ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस का कथित लेटर पोस्ट करते हुए दावा किया था कि इसमें देश का माहौल खराब करने की तैयारी की प्लानिंग लिखी है। साथ ही लिखा गया कि विदेशी मीडिया में देश को बदनाम करने दुष्प्रचार और जलती लाशों की फोटो दिखाने का कांग्रेस षड्यंत्र कर रही है। ऐसा ही पोस्ट संबित पात्रा ने भी किया था। इसके बाद युवा कांग्रेस के नेताओं ने रमन सिंह व संबित पात्रा पर FIR दर्ज करा दी।