Slider

भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण का दूसरा दौर नहीं आयेगा, यह कहना कठिन: डॉ बलराम

TODAY छत्तीसगढ़  /  आईसीएमआर के प्रमुख डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि यह कहना कठिन है कि भारत में कोरोना संक्रमण का दूसरा दौर नहीं आयेगा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया के साथ-साथ हमारे देश में भी कोरोना संक्रमण की दर भौगोलिक स्थिति और डेमोग्राफी के कारण अलग -अलग है। एएनआई को दिये गये इंटरव्यू में बलराम भार्गव ने कहा देश में संक्रमण और मृत्यु दर बिलकुल अलग-अलग है। कहीं संक्रमण और मृत्यु की दर ज्यादा है तो किसी-किसी इलाके में इसका प्रभाव बहुत ही कम है। बलराम भार्गव ने कहा कि इतनी भिन्नता के कारण यह कह पाना बहुत कठिन है कि भारत में कोरोना संक्रमण का दूसरा दौर नहीं आयेगा। बीमारी का संक्रमण देश के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग है। आईसीएमआर के प्रमुख बलराम भार्गव ने कहा कि वैज्ञानिक उपायों के अलावा यह जरूरी है कि आम नागरिक इस बीमारी के खिलाफ मजबूती से लड़े, तभी इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम इस वायरस को आइसोलेट करने के लिए पूरी मुस्तैदी से जुड़े हैं। दक्षिण -पूर्वी एशियाई देशों के साथ भी सहयोग किया जा रहा है। हम रिसर्च कर रहे हैं, कोशिश है कि किसी तरह वायरस पर काबू पाया जाये। डॉ बलराम ने कहा कि शुरुआती दिनों में हम सौ टेस्ट प्रतिदिन कर रहे थे, आज हम पांच लाख टेस्ट रोज करने की क्षमता रखते हैं। देश में दो करोड़ से ज्यादा टेस्ट किये जा चुके हैं। पूरी दुनिया में हम चौथे ऐसे देश बन चुके हैं जहां इतने टेस्ट हुए हों। आज डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जेनरल डॉ ट्रेडरॉस ने कहा कि दुनिया में कई वैक्सीन ट्रॉयल के तीसरे फेज में पहुंच गये हैं, लेकिन अभी कोई भी वैक्सीन लोगों को देने के लिए तैयार नहीं है और ना ही जल्दी इसकी कोई उम्मीद दिखती है। दुनिया भर में केस 17।5 मिलियन हो चुके हैं। 6 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

 WHO ने किया अलर्ट, भारत को जंग के लिए रहना होगा तैयार -

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना संक्रमण को लेकर एक बार फिर अलर्ट किया है। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर ने कहा कि बहुत से वैक्सीन इस वक्त तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं कि बहुत सी वैक्सीनें लोगों को इन्फेक्शन से बचाने के लिए बन जाएंगी। हालांकि, इस वक्त कोरोना का कोई रामबाण इलाज नहीं है और शायद कभी होगा भी नहीं। उन्होंने यह भी कहा है कि अभी हालात सामान्य होने में और वक्त लग सकता है। वहीं, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ब्राजील और भारत जैसे देशों में ट्रांसमिशन रेट ज्यादा है और उन्हें बड़ी जंग के लिए तैयार रहना चाहिए। अभी इससे बाहर निकलने का रास्ता लंबा है और इसमें प्रतिबद्धता की जरूरत है। विश्वभर में फैली कोरोना महामारी के बीच डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर ने कहा कि तीन महीने पहले हुई की इमर्जेंसी कमेटी की बैठक के बाद से दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामले पांच गुना से यादा बढ़कर 1 करोड़ 75 लाख हो चुके हैं। विश्वभर में मृतकों का आंकड़ा भी तीन गुना बढ़कर 6 लाख 80 हजार तक पहुंच गया है। बता दें कि डब्ल्यूएचओ द्वारा गठित कोविड-19 संबंधी आपात कमेटी में 17 सदस्य और 12 सलाहकार हैं। इन सभी लोगों का कहना है कि ये वैश्विक महामारी अभी भी अंतरराष्ट्रीय मामलों में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात की श्रेणी में रखी जाएगी। कई देशों ने इस वायरस को काबू करने के लिए देश में सख्त लॉकडाउन का सहारा लिया और दो से तीन महीनों के लिए लगभग सभी क्षेत्रों में काम को बंद कर दिया लेकिन इससे इन देशों की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा। गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना संकट के बीच लोगों को वैक्सीन का इंतजार है। इसको लेकर दुनियाभर के वैज्ञानिक शोध और ट्रायल में लगे हुए हैं। इस बीच भारत में ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ह्यूमन ट्रायल को मंजूरी मिल गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, देश की शीर्ष दवा नियामक- ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को भारत में ऑक्सफोर्ड की संभावित कोरोना वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के मानव ट्रायल को मंजूरी मिल गई है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें 
© all rights reserved TODAY छत्तीसगढ़ 2018
todaychhattisgarhtcg@gmail.com