TODAY छत्तीसगढ़ / भूतपूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज सोमवार की शाम गुजर गए। वे 84 बरस के थे, और पिछले कुछ हफ्तों से सेना के अस्पताल में गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर थे।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। सेना के अनुसंधान एवं रेफरल अस्पताल में भर्ती मुखर्जी की हालत सोमवार को और बिगड़ गई थी। अस्पताल ने बताया था कि मुखर्जी का स्वास्थ्य सोमवार को और खराब हो गया गिरावट दर्ज की गई क्योंकि उन्हें फेफड़े में संक्रमण की वजह से सेप्टिक शॉक लगा है। पूर्व राष्ट्रपति को 10 अगस्त को यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। बाद में उनके फेफड़ों में भी संक्रमण हो गया था। अस्पताल में उनका इलाज विशेषज्ञों की एक टीम कर रही थी।
India grieves the passing away of Bharat Ratna Shri Pranab Mukherjee. He has left an indelible mark on the development trajectory of our nation. A scholar par excellence, a towering statesman, he was admired across the political spectrum and by all sections of society. pic.twitter.com/gz6rwQbxi6— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2020
To me personally, he was more than a colleague & we've shared valuable moments both inside & outside our public lives, which extended to our families. Memories of various shared lunches will always be special in my heart: LK Advani, senior BJP leader. #PranabMukherjee (File pics) pic.twitter.com/9kpqG4GFju— ANI (@ANI) August 31, 2020
TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करेंमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा शोक जताते हुए इसे राष्ट्र के लिए अपूरनीय क्षति बताया और इस दुख की घड़ी में परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। pic.twitter.com/na2vMurdAt— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) August 31, 2020
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट करके लिखा, भारी मन के साथ, आपको यह सूचित करना है कि मेरे पिता प्रणब मुखर्जी का अभी आरआर अस्पताल के डॉक्टरों के सर्वोत्तम प्रयासों और पूरे भारत में लोगों से मिली दुआओं और प्रार्थनाओं के बावजूद निधन हो गया है! मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं।
भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के जाने पर पूरे देश में शोक की लहर है। नेताओं से लेकर आम जनता उन्हें श्रद्धांजलि दे रही है। राष्ट्रपति को महामहिम कहे जाने की रीति से ऐतराज करने वाले प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति थे। उनका राजनीतिक जीवन 40 सालों से भी ज्यादा लंबा रहा है। कांग्रेस पार्टी में रहते हुए उन्होंने विदेश से लेकर रक्षा, वित्त और वाणिज्य मंत्री तक की भूमिका निभाई।