TODAY छत्तीसगढ़ / कोतवाल के पीछे लाल घेरे में दिखाई देते शख्स और बुर्के में मुंह लुकाये खड़ी मोहतरमा आज के बाद किसी पहचान की मोहताज़ नहीं रहेंगी। इनकी पहचान बिलासपुर शहर के उन जिस्म दलालों की फेहरिस्त में शुमार हो गई है जिन्हें रुपयों की चमक के आगे मजबूरियों का सौदा करना बखूबी आता है। कोतवाली पुलिस की गिरफ्त में आये दोनों आरोपी रिश्ते में मिंया-बीवी हैं।
तस्वीर में शर्माती और भोली सी सूरत बनाये खड़ा ये शख्स राजेश कुमार सुमन हैं, बगल में काले कपड़े से चेहरा छुपाये खड़ी मैडम राजेश की धर्मपत्नी हैं, नाम आरती उर्फ़ दुर्गेश्वरी है। दुर्गेश्वरी बिलासपुर के दयालबंद में रहकर उन महिलाओं और लड़कियों की तलाश में रहती थी जिन्हें मज़बूरी या फिर हालात की मार ने तोड़ दिया था। तरह-तरह के प्रलोभन देकर ये महिलाओं और जरूरतमंद लड़कियों को पहले अपने पक्ष में करती फिर उन्हें बाज़ार में नुमाइश के लिए ग्राहकों तक भेजने का इंतज़ाम करती। इस बीच आरती जरूरतमंद लड़कियों से जैसा चाहती वैसा करवाती, सूत्र बताते हैं की इस महिला का संगठित गिरोह जाल में फसी लड़कियों को जिस्मफरोशी के दलदल से बाहर निकलने ही नहीं देता था। सालों से जिस्म की एवज में मोटी रकम वसूलने वाला दम्पति फिलहाल कोतवाली पुलिस के शिकंजे में हैं। पुलिस की माने तो देह व्यापार चलाने वाला राजेश कुमार सुमन मूलतः कोरबा का रहने वाला है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
बताया जा रहा है की आरोपी पति पत्नी ने एक महिला को जिस्मफरोशी के नर्क में धकेलने की पूरी कार्ययोजना बना ली थी, लेकिन उस महिला ने इस दम्पत्ति के झांसे में आने से पहले ही किनारा कर लिया। चूँकि आरती और राजेश ने उस महिला को बाज़ार में परोसने की सारी तैयारियां कर रखीं थी लेकिन महिला के किनारा करते ही दोनों ने उसकी कुछ तस्वीरें और मोबाईल नंबर को सोशल साइट्स पर शेयर कर दिया। सोशल साइटस पर तस्वीर और नंबर देखते ही लोगों का पुरुषत्व जाग गया और उन्होंने महिला को बार-बार फोन और अश्लील मैसेज भेजना शुरू कर दिया। मानसिक रूप से बेहद प्रताड़ित हो चुकी वो महिला आखिरकार कोतवाल की शरण में पहुंचीं, पीड़ित महिला की आपबीती सुनकर कोतवाली पुलिस ने तत्काल आरती और राजेश को गिरफ्तार किया। पुलिस दोनों से पूछताछ कर जिस्म से जुड़े कई और रहस्यों से पर्दा उठा सकती है।