TODAY छत्तीसगढ़ / शराब विक्रय से प्राप्त राशि ट्रेजरी में जमा नहीं करने संबंधी प्रकाशित खबरों का ब्रेवरेज कॉर्पोरेशन द्वारा खंडन करने के मामले पर गुरूवार को विधानसभा में शोर-शराबा हुआ। जनता कांग्रेस के सदस्य धर्मजीत सिंह ने अफसर के खिलाफ विशेषाधिकार की सूचना दी और कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि सदन की कार्रवाई का खंडन करना गंभीर विषय है।
प्रश्नकाल के बाद जनता कांग्रेस के सदस्य धर्मजीत सिंह ने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि शराब विक्रय से प्राप्त राशि के संबंध में विधानसभा में मामला उठाया था। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रकरण की जांच कराने की बात कही थी, लेकिन इसके खिलाफ ब्रेवरेज कॉर्पोरेशन के एमडी द्वारा खंडन जारी किया गया। जिसमें अखबार में प्रकाशित खबर को असत्य, भ्रामक बताया गया है। उन्होंने कहा कि यह नई परम्परा की शुरूआत है। विधानसभा सत्र के चलते यह आपत्तिजनक है। श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने विशेषाधिकार हनन की सूचना दी है, इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें -
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी इस पूरे मामले को गंभीर बताया और कहा कि विधानसभा के फैसले के खिलाफ बाहर टिप्पणी करना गलत है। इस मामले में जिम्मेदार अफसर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि प्रबंध संचालक ने बताया कि राज्य में वर्तमान में फूटकर मदिरा दुकानों का संचालन एवं उनके माध्यम से मदिरा के विक्रय का कार्य छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नहीं किया जा रहा है।
यह कार्य छत्तीसगढ़ शासन के पूर्ण स्वामित्व वाली उपक्रम, छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है। मदिरा के फुटकर विक्रय से प्राप्त राशि कार्पोरेशन के खाते में जमा होती है तथा कार्पोरेशन द्वारा राज्य शासन को राजस्व जमा किया जाता है। मदिरा के विक्रय की राशि कोषालय में जमा न किए जाने की खबरें तथ्यहीन है।
प्रश्नकाल के बाद जनता कांग्रेस के सदस्य धर्मजीत सिंह ने यह मामला उठाया। उन्होंने कहा कि शराब विक्रय से प्राप्त राशि के संबंध में विधानसभा में मामला उठाया था। विधानसभा अध्यक्ष ने प्रकरण की जांच कराने की बात कही थी, लेकिन इसके खिलाफ ब्रेवरेज कॉर्पोरेशन के एमडी द्वारा खंडन जारी किया गया। जिसमें अखबार में प्रकाशित खबर को असत्य, भ्रामक बताया गया है। उन्होंने कहा कि यह नई परम्परा की शुरूआत है। विधानसभा सत्र के चलते यह आपत्तिजनक है। श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने विशेषाधिकार हनन की सूचना दी है, इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें -
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी इस पूरे मामले को गंभीर बताया और कहा कि विधानसभा के फैसले के खिलाफ बाहर टिप्पणी करना गलत है। इस मामले में जिम्मेदार अफसर के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि प्रबंध संचालक ने बताया कि राज्य में वर्तमान में फूटकर मदिरा दुकानों का संचालन एवं उनके माध्यम से मदिरा के विक्रय का कार्य छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नहीं किया जा रहा है।
यह कार्य छत्तीसगढ़ शासन के पूर्ण स्वामित्व वाली उपक्रम, छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है। मदिरा के फुटकर विक्रय से प्राप्त राशि कार्पोरेशन के खाते में जमा होती है तथा कार्पोरेशन द्वारा राज्य शासन को राजस्व जमा किया जाता है। मदिरा के विक्रय की राशि कोषालय में जमा न किए जाने की खबरें तथ्यहीन है।