फाइल फोटो/सत्यप्रकाश पांडेय |
छत्तीसगढ़ के हाथी प्रभावित जिलों में कोरबा का नाम भी शामिल है, समय-समय पर हाथियों की आवाजाही और घटनाओं को लेकर कोरबा इलाका अक्सर सुर्ख़ियों में भी रहा है। पिछले चार दिन से कोरबा से लगे जंगल में चार हाथियों का दल विचरण कर रहा था जो बीती रात से रुमगरा बालको के जंगल क्षेत्र से होता हुआ शहरी सीमा में स्थित मुड़ापार हेलीपेड के समीप आ गया है चूँकि हेलीपेड के आस-पास [एसईसीएल द्वारा लगाई गई नर्सरी] सघन वन है लिहाजा हाथी आज दिन भर उसी के बीच रहे लेकिन शाम होने के बाद उनके शहरी क्षेत्र में आने की सम्भावना को देखते हुए वन महकमा सतर्क है। वन विभाग की कोशिश है की भटककर आये हाथियों को खदेड़कर वापस जंगल का रास्ता दिखा दिया जाये। कोरबा शहरी क्षेत्र के समीप आये हाथियों को लेकर जिला प्रशासन भी चिंतित और मुस्तैद है। इधर कोरबा कलेक्टर ने मौके की नजाकत को देखते हुए धारा 144 लगा दी है। धारा 144 कोरबा स्थित मुड़ापार हेलीपेड और उससे लगे क्षेत्र में लागू होगी।