[TODAY छत्तीसगढ़] / छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है। सालों से प्रदेशभर में कार्यरत क्राइम ब्रांच और आर्थिक मामलों की जांच के लिए गठित विशेष अनुसंधान सेल (एसआईयू) समेत इससे संबंधित सभी स्पेशल जांच यूनिट को डीजीपी डीएम अवस्थी ने भंग कर दिया।
शुक्रवार दोपहर में डीजीपी अवस्थी ने एक आदेश जारी कर रेंज के पांच जिलो रायपुर, धमतरी, गरियाबंद, बलौदाबाजार और महासमुंद जिले में इन यूनिटों में पदस्थ करीब डेढ़ सौ से अधिक अधिकारी, कर्मचारियों को अपने-अपने मूल पदस्थापना स्थल पर लौटकर आमद देने को कहा है। डीजीपी के इस फैसले के बाद रायपुर के अलावा बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा और बस्तर रेंज के आईजी ने इसका आदेश जारी कर दिया।
छत्तीसगढ़ के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दुर्गेश माधव अवस्थी ने पदभार संभालने के बाद मीडिया से पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही जिलों में स्थापित क्राइम ब्रांच, स्पेशल जांच टीम को भ्रष्टाचार और वसूली का अड्डा बताते हुए इसे भंग करने का संकेत दे दिया था।
शुक्रवार को डीजीपी अवस्थी की ओर से पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्य में मजबूत और विश्वसनीय पुलिस की प्रतिबंद्वता के तहत सभी जिलों में संचालित क्राइम ब्रांच व आर्थिक अपराध से संबंधित विशेष अनुसंधान सेल को तत्काल प्रभाव से बंद किया जा रहा है। चूंकि क्राइम ब्रांच के प्रति जनमानस में स्वच्छ छवि नहीं है और इन ईकाईयों में पदस्थ कई अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ शिकायते मिल रही थीं, इसलिए इन्हें भंग किया जा रहा है। इस आश्य के निर्देश सभी जिलों में पुलिस अधीक्षकों को भेजे गए हैं।