∎ बुलंदशहर हिंसा में भीड़ की हिंसा का शिकार हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत के बाद राजनीति गरमा गई है। विश्व हिंदू परिषद ने बुलंदशहर की घटना में पुलिस की भूमिका पर सवालिया निशान लगाते हुए इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है। परिषद ने कहा है कि इस घटना में विहिप के कार्यकर्ता को एसएसपी ने गांव वालों के साथ बातचीत के लिए बुलाया था और एफआईआर में उसका नाम भी लिखवा दिया। इन कार्यकर्ताओं को गलत फंसाया जा रहा है। बता दें कि 3 दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना में गोकशी की अफवाह के बाद हिंसा फैल गई, जिसमें भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की जान ले ली। इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और एक जांच कमिठी का भी गठन किया गया है।
∎ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह इस बार आखिरी बॉल पर सिक्स नहीं लगा पाएंगे। कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता कैच लपकने को बांउड्री पर तैयार खड़ा है। इस बार वे एक बार नहीं बल्कि कई नो-बॉल भी लें लेकिन कांग्रेस के पक्ष में प्रदेश के हर वर्ग ने इतनी अधिक संख्या में मतदान किया है कि वह पूर्ण बहूमत की सरकार बनाने जा रही है। इसलिए सीएम का हारना भी तय है। ये बातें मंगलवार को मतगणना एजेंटों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद प्रेस संवाददाताओं से बातचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कही। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने रायपुर में एक कार्यक्रम में आखिरी गेंद पर सिक्स लगाने तथा चौथी पारी खेलने की बात कही थी, जिसके जवाब में सिंहदेव ने बड़े भरोसे के साथ ये जवाब दिया।
उन्होंने कहा इस बार रमन सिंह को रन आउट करने की पूरी योजना तैयार कर ली गई है। डॉ. रमन सिंह खुद चुनाव हार रहे हैं। कांग्रेस को 55 प्लस सीट मिलने वाली हैं इसलिए वे कितना भी प्रयास कर लें उन्हें सफलता नहीं मिल सकेगी।इससे पूर्व पीसीसी के निर्देश पर जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों के एजेंटो के लिए राजमोहिनी भवन में प्रशिक्षण का आयोजन मंगलवार को किया गया । प्रशिक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कांग्रेस के पूर्व महापौर किरणमयी नायक, रूचीर गर्ग, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने कहा कि मतगणना के दौरान कांग्रेसी इस बार एहतियात बरतने की तैयारी कर रहे हैं। इस बार कोई गड़बड़ी भाजपा को नहीं करने दी जाएगी। इसके लिए सभी विधानसभा सीट के प्रत्याशियों के मतगणना एजेंटों को प्रशिक्षण दिया गया है। इवीएम नंबर, बूथवार डाले गए मतों के अधिकृत रिकॉर्ड के साथ आपित्तयों के दर्जनभर से ज्यादा फार्मेंट साथ लेकर मतगणना कक्ष में जाने की समझाइश दी है । प्रत्याशियों के एजेंटों को आपत्तियों के आवेदन के फार्मेंट तक उपलब्ध कराए गए हैं। इस दौरान रायपुर की पूर्व महापौर किरणमयी नायक ने कहा कि जिले के निर्वाचन अधिकारी व सहायक रिटर्निंग अधिकारी भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं।
∎ अगस्ता-वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल (57) को मंगलवार देर रात यूएई से भारत लाया गया। यह ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की अगुआई में चला। 3600 करोड़ रुपए की अगस्ता वेस्टलैंड डील में क्रिश्चियन पर मनी लॉन्ड्रिंग, घूस लेने और धोखाधड़ी करने का आरोप है। भाजपा ने इस वीवीआईपी चॉपर केस को कूटनीतिक जीत बताया है। साथ ही कहा कि मामले से कांग्रेस को परेशानी हो सकती है। सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल के मुताबिक- डोभाल और सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव के अगुआई में चले इस ऑपरेशन को यूनीकॉर्न नाम दिया गया था। यूएई से मिशेल को भारत वापस लाने के लिए सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर साईं मनोहर की अगुआई में वहां टीम गई थी। 2012 में हुई डील हुई थी। मिशेल पर आरोप था कि उसने बिचौलिए की भूमिका निभाते हुए भारतीय अफसरों को गलत तरीक से पैसा दिया था। पिछले साल सितंबर में मिशेल के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। 24 सितंबर 2015 को उसके खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया गया था। फरवरी 2017 में उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। मिशेल को दुबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह यूएई की जेल में ही था। दुबई कोर्ट ने मिशेल के वकीलों की तरफ से दायर दो आपत्तियों को खारिज कर दिया था। साथ ही उसे भारतीय अफसरों को सौंपे जाने का फैसला सुरक्षित रख लिया था।
मिशेल पर आपराधिक साजिश का आरोप लगा था, जिसमें पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी, उनके परिवार के सदस्यों और अफसरों को भी शामिल किया गया था। यह भी कहा गया कि अधिकारियों ने अपने पद का गलत इस्तेमाल करके वीवीआईपी हेलिकॉप्टर की सर्विस सीलिंग 6 हजार मीटर से 4500 मीटर तक कम करा ली थी। सीलिंग कम होने के बाद 556.262 मिलियन यूरो (करीब 44 लाख करोड़ रुपए) के हेलिकॉप्टर कॉन्ट्रैक्ट पर सहमति बनी थी। इसके लिए रक्षा मंत्रालय (यूपीए 2) ने 8 फरवरी 2010 को 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों के लिए पैसे दिए थे।