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[TODAY छत्तीसगढ़]  /  माइनिंग ठेकेदार सुनील जैन ब्लाइंड मर्डर मामले में पुलिस को आखिरकार सफलता मिल ही गई। पुलिस ने हत्याकांड के मामले को 72 घंटे के भीतर सुलझाया है। जैन हत्याकांड के मामले में एक महिला समेत 7 आरोपी पुलिस के हाथ लग चुके हैं। पुलिस के मुताबिक़ दो अन्य आरोपी अभी फरार हैं लेकिन जल्द ही उनकी भी गिरफ्तारी हो जाएगी। बालोद के डौंडी में पिछले दिनों सुनील जैन की रस्सी से बांधकर हत्या किये जाने का मामला सामने आया था। 
आपको बता दें की बालोद जिले के ग्राम डोंडी में रहने वाले सुनील जैन  खनिज ठेकेदार थे। डोंडी के अलावा उनका निवास रायपुर में भी है। ठेकेदारी के सिलसिले में सुनील अक्सर डोंडी में ही रहा करते थे, उनके साथ एक नौकर भी रहा करता था। 25 नवम्बर को अज्ञात आरोपी सुनील के घर घुसे और उनका हाथ-पाँव बांधकर किसी धारदार हथियार से हत्या कर आरोपी बड़ी सफाई से निकल गए। इस सनसनीखेज मामले के सामने आते ही  अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने इस हत्याकांड के मामले को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और अलग-अलग टीम बनाकर आरोपियों तक पहुँचने की कवायद शुरू हुई। तस्दीक के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले। पुलिस को सुनील जैन के वाहन चालाक धनराज शर्मा पर शक हुआ, संदेह के आधार पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू हुई। शुरुवाती दौर में धनराज खुद को हत्याकांड के मामले में कोई भी जानकारी होने से इंकार करता रहा लेकिन पुलिसिया पूछताछ में धनराज का इंकार ज्यादा वक्त तक नहीं चल सका। पूछताछ में पुलिस ने धनराज से एक के बाद एक राज जान लिए। पुलिस इस नतीजे पर पहुंची की सुनील जैन की हत्या का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि धनराज ही है क्यूंकि उसने अपने दो दोस्त राकेश और ऋषभ नायक के साथ मिलकर सुनील जैन के घर में डकैती का प्लान बनाया। इस प्लान में दोनों आरोपियों रायपुर निवासी हीरा नेताम को शामिल किया, चूँकि हीरा नेताम का अपराध की दुनिया से पुराना रिश्ता है इस कारण धनराज और उसके दोस्तों ने सुनील के घर डाका डालने की कार्ययोजना तैयार की।  
 चोरी डकैती जैसी वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह की सक्रिय सदस्य हीरा नेताम ने माइनिंग ठेकेदार के घर डकैती डालने की योजना में अपने पांच साथियों को शामिल किया जो सीमावर्ती उड़ीसा के रहने वाले हैं। चूँकि सुनील जैन माइनिंग ठेकेदार थे और बड़ी रकम का लेन-देन किया करते थे इस कारण घर में मोटी रकम हाथ लगने की उम्मीद आरोपियों को थी।  मामले का खुलासा कर रहे आईजी जीपी सिंह ने बताया की प्लान के मुताबिक़  24 नवंबर को सभी आरोपी रायपुर से मोटर साइकिल और आटो से डौंडी पहुंचे। जैन के वाहन चालक को घर के नक्शे और भीतर रहने वालों को पूरी जानकारी थी लिहाजा अन्य आरोपियों को घर के भीतर प्रवेश करने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। आरोपियों ने सबसे पहले ऊपरी मंजिल पर पहुंचकर उस कमरे को बाहर से बंद कर दिया जिसमें रसोइया और जैन का नौकर सो रहा था। इसके बाद आरोपी मकान के निचले हिस्से में पहुंचे जहां उनका सामना सुनील जैन से हो गया। घर में डाका डालने की नियत से घुसे आरोपियों ने जैन को पकड़कर उनकी निर्ममता से हत्या कर दी और मौके से भाग निकले। 
अंधे कत्ल के इस मामले में संदेह के आधार पर हिरासत में लिए गए धनराज ने जब अपना गुनाह कबूल कर लिया तो पुलिस ने उसके बताये ठिकाने से रायपुर में रहने वाली 20 वर्षीय युवती हीरा नेताम को गिरफ्तार किया। इसके बाद हीरा के बयान के आधार पर पुलिस की टीम उड़ीसा पहुंची और हत्या में शामिल 5 आरोपी वहां से गिरफ्तार कर लिए गए। इस मामले में पुलिस एक और सनसनीखेज खुला किया। पुलिस ने बताया की हीरा और उसके पांच साथी हत्याकांड के मास्टरमाइंड धनराज को भी मारना चाहते थे ताकि जैन की हत्या के मामले का कोई राजदार ना बचे।   
[TODAY छत्तीसगढ़] / नियम है कि मतदान के बाद सभी ईवीएम स्ट्रांग रूम में सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखीं जाएं. पहरा ऐसा हो कि परिंदा भी न पर मार पाए. स्ट्रांग रूम में अनाधिकृत रूप से किसी भी व्यक्ति का प्रवेश अमान्य है. मगर छत्तीसगढ़ में गजब हुआ. यहां तहसीलदार ने अपने साथ अवैध तरीके से एक व्यक्ति को ईवीएम के स्ट्रांग रूम में घुसने दिया. कांग्रेस नेताओं की शिकायत सही पाए जाने पर  बुधवार देर रात धमतरी के तहसीलदार राकेश ध्रुव को निलंबित कर दिया गया है. आरोप है कि धमतरी के तहसीलदार ने अपने साथ अनाधिकृत व्यक्तियों को बगैर निर्वाचन आयोग व जिला निर्वाचन अधिकारी की अनुमति के स्ट्रॉंग रूम के भीतर प्रवेश करा दिया था.
इस मामले ने पिछले दो-तीन दिनों से पूरे प्रदेश में राजनैतिक तूफान खड़ा कर दिया था. सभी राजनैतिक पार्टियां अपने-अपने तरीके से विरोध प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग कर रही थीं. इस मामले में तो छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू से मंगलवार की ही देर रात मुलाकात कर मामले की जानकारी भी दी थी.
कांग्रेस की शिकायत के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी धमतरी से रिपोर्ट मंगवाई गई थी. शिकायत सही पाई गई. इसके आधार पर तहसीलदार के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर रायपुर संभाग के कमिश्रर जीआर सुरेंद्र ने यह आदेश जारी किया है. जारी आदेश के अनुसार तहसीलदार राकेश ध्रुव को निर्वाचन निर्देशों का उल्लंघन किए जाने के कारण निलंबित किया गया है. निलंबन अवधि में ध्रुव को मुख्यालय कलेक्टोरेट कार्यालय रायपुर में नियत किया गया है.
गौरतलब  है कि 27 नवंबर को धमतरी के कलेक्ट्रेट के आगे लॉइव्हलीहुड कॉलेज में स्थापित स्ट्रॉंग रूम परिसर में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश कराए जाने के संबंध में शिकायत आयोग से की गई थी.
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