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 फिर क्या बोल गए चंद्राकर 

[TODAY छत्तीसगढ़ ] / अपने बयान और हरकतों की वजह से अक्सर विवादों में रहने वाले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर एक बार फिर क्या बोल गए ? उन्होंने अभी-अभी साफ़ कहा की जो मरीज एक या दो दिन में अस्पताल पहुँच गए उनकी जान बच गई। मतलब अब तक हुई 38 मौत पर बिना किसी संवेदना के वो साफ़ कहते हैं की मौत के आंकड़े सिर्फ इसलिए बढ़े क्यूंकि बीमार सही वक्त पर अस्पताल नहीं पहुंचा। 
हम आपको बताएं की छत्तीसगढ़ में जहां सिर्फ दुर्ग जिले में डेंगू से अब तक 38 मौत हो चुकी है और कई मरीजों का इलाज चल रहा है वैसे में स्वास्थ्य मंत्री का ये बयान उनकी असंवेदनशीलता को प्रदर्शित करता है। राज्य का केवल दुर्ग जिला ही नहीं बल्कि कई जिलों में डेंगू फैलने की शिकायतें आ रही हैं। वैसे भी मंत्री अजय चंद्राकर की नींद डेंगू से कई मौतें हो जाने के बाद खुलीं हैं। अब वे बयान दे रहें हैं कि डेंगू से हुई मौतों के लिए राज्य सरकार संवेदनशील है। 

एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि हम लगातार दवाई डाल रहे हैं, लेकिन बारिश भी लगातार हो रही है इस कारण लार्वा बह जा रहे हैं। यदि एक हफ्ते बारिश नहीं होगी तो दवा का असर ज्यादा होगा। उन्होंने ये भी कहा कि अब डेंगू के नए मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। सवाल ये खड़ा होता है की एक तरफ वे स्वयं स्वीकार रहें हैं की लगातार बारिश के चलते छिड़काव की गई दवाइयों का असर नहीं हो पा रहा फिर मरीजों की संख्या में कमीं कहाँ से हो गई ? 
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श्रीकृष्ण का जन्‍मोत्‍सव, पूरा माहौल भक्ति में सराबोर 


[TODAY छत्तीसगढ़ ] /  इस साल कृष्ण जन्माष्टमी दो दिन मनाई जा रही है। कुछ भक्तों द्वारा जन्माष्टमी बीते दिन यानि 2 सिंतबर रविवार को मनाई गई और वहीँ आज सोमवार की सुबह से ही कृष्ण मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा।  जगह-जगह "कान्हा आला रे आला ..." जैसे कई भक्ति संगीतों का शोर सुनाई पड़ता रहा। शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण इलाकों में कान्हाओं की टोलियां मटकियां फोड़ती रहीं। कई जगहों पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता भी रखी गई। इस दौरान पूरा माहौल कृष्ण भक्ति में सराबोर दिखा।
 देशभर में भगवान विष्णु के 8 वें अवतार यानि श्रीकृष्ण का जन्‍मोत्‍सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लेकर न्यायधानी बिलासपुर समेत अन्य शहरों में कृष्ण लीलाओं के अलावा कई घरों में आकर्षक झांकियां भी सजाई गईं जहां कृष्ण जन्मोत्सव से लेकर उनकी अन्य लीलाओं का सजीव चित्रण किया गया।
o रोहिणी नक्षत्र में पैदा हुए थे श्री कृष्ण 
हिंदू शास्त्रों के अनुसार श्री कृष्‍ण का जन्‍म भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र में हुआ था इसलिए प्रति वर्ष इसी तारीख और इसी नक्षत्र में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। मगर हर साल ऐसा ना हो पाने की वजह से कभी अष्टमी तिथि तो कभी रोहिणी नक्षत्र नहीं हो पाता।
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शहीद को अंतिम विदाई, रो पड़ा गाँव 

[TODAY छत्तीसगढ़ ] / जम्मू-कश्मीर के राजौरी में पदस्थ भारतीय सेना के जवान डोमेश्वर साहू पिता हीरालाल साहू का पार्थिव शरीर आज सुबह माना विमान तल पहुंचा जहां से उन्हें पुरे सम्मान के साथ उनके गृह ग्राम उपरपोटि [भिलाई-दुर्ग] रवाना किया गया। दोपहर गाँव पहुंचे शहीद के पार्थिव शरीर को देखने वालों की भीड़ पहले से टकटकी लगाए खड़ी रही। शहीद को अंतिम विदाई देने वाले गाँव के प्रत्येक इंसान की आँखें नम थीं। दोपहर अंतिम दर्शनों के पश्चात् शहीद का पार्थिव शरीर सैनिक सम्मान के साथ पांचवतत्व में विलीन हो गया।
हम आपको बता दें की डोमेश्वर साहू पिता हीरालाल साहू भारतीय सेना के जवान थे। जानकारी के मुताबिक शनिवार को वे अपने कार्यक्षेत्र में व्यस्त थे और अचानक एक हादसे का शिकार हो गए। इधर सेना के जिम्मेदार अफसरों द्वारा शनिवार को ही इस हादसे की खबर परिवार के लोगों को दे दी गई थी। इधर सेना के जवान शहीद का शव लेकर राजौरी से कल यानी रविवार की रात ही दिल्ली पहुँच गए थे। 
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‘नवा छत्तीसगढ़ 2025’ के लिए ‘अटल दृष्टि पत्र’ 



[TODAY छत्तीसगढ़ ] / करीब एक दशक तक नेपथ्य में रहने वाले भारत रत्न एवं देश के पूर्व प्रधानमन्त्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी भले ही भारतीय जनता पार्टी के शिखर पुरुष रहें हों लेकिन वो इस देश और दुनिया के अकेले सर्वमान्य जननायक थे। भारतीय जनता पार्टी ने मोदी युग की शुरुआत होते ही अटल जी जैसे सर्वमान्य जननायक को हाशिये पर रख दिया हालांकि बीमारियों और उम्र का हवाला देकर अटल जी पहले ही राजनीति से अलग हो चुके थे, लेकिन ये भी सच है की अटल युग की दुहाई पिछले 4 बरस में ना नरेंद्र मोदी ने दी ना एक दशक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने उनका कहीं जिक्र किया। बैनर-पोस्टर, आम सभाओं में उनके या उनके सबसे करीब पूर्व उप प्रधानमन्त्री लालकृष्ण आडवाणी जैसे कई शीर्षस्थ नेता अचानक इन सबकी जुबान से गायब हो गए लेकिन हाल ही में अटल जी की मौत ने एक बार फिर भाजपा नेताओं को उनके कर्म और आदर्श याद दिला दिया। अटल जी की मृत्यु शायद इस बार भाजपा नेताओं की डगमगाती नईया को पार लगाने वाली पतवार दिखाई पड़ रही है। उधर मोदी हैरान इधर रमन परेशान।  
हालांकि इसे अटल जी के प्रति पार्टी नेताओं का सम्मान मानु या फिर चंद महीने में होने वाले आम चुनाव की खुराक। अटल जी की मृत्यु के पश्चात् अचानक देश में प्रत्येक भाजपाई को उनके आदर्श का रट्टा लगाते देखा जा सकता है। देश भर में उनकी अस्थि कलश यात्रा निकाली गई। उस यात्रा में शामिल कई भाजपा नेताओं की संवेदनशील तस्वीरें किसी से छिपी नहीं रहीं। 
रविवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने अटल जी की स्मृतियों का जिक्र करते हुए कई कार्यक्रमों का एलान भी कर दिया। 
0 पढ़िए क्या-क्या बोले डॉक्टर रमन   
       मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के हाथों निर्मित छत्तीसगढ़ राज्य वर्ष 2025 में नौजवान छत्तीसगढ़ के रूप में अपनी रजत जयंती मनाएगा। उन्होंने कहा इसे ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने ‘नवा छत्तीसगढ़ 2025’ की परिकल्पना को साकार करने का संकल्प लेकर ‘अटल दृष्टि पत्र’ तैयार किया है। इसमें नागरिकों के सुझाव भी लिए जाएंगे और प्रदेशवासियों के विचारों के अनुरूप नवा छत्तीसगढ़ 2025 के निर्माण की परिकल्पना को और भी ज्यादा बेहतर ढंग से संशोधित किया जाएगा। नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए प्रत्येक छत्तीसगढ़िया कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा। 

डॉ. सिंह ने कहा कि दुनिया जानती है कि जब छत्तीसगढ़ की जनता कोई संकल्प लेती है तो उसे पूरा करने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा  नवा छत्तीसगढ़ का सपना हम सब मिलकर पूरा करेंगे और यह प्रदेशवासियों की तरफ से छत्तीसगढ़ राज्य निर्माता अटलजी को एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में अटलजी की केंद्रीय भूमिका थी, वहीं वे एक अभिभावक के रूप में सदैव हमारे मार्गदर्शक भी रहे। 
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में उनके अभूतपूर्व योगदान को नमन करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने तीन मुख्य कदम उठाने का निर्णय लिया है। पहला कदम ‘नवा छत्तीसगढ़ 2025’ की परिकल्पना के लिए अटल दृष्टि पत्र का निर्माण और नवा छत्तीसगढ़ निर्माण के उद्देश्य के साथ अटल विकास यात्रा तथा अटल नगर (नया रायपुर) में पांच एकड़ के रकबे में एक भव्य ‘अटल स्मारक’ का निर्माण। अटल नगर (नया रायपुर) की पहचान के रूप में एक लैण्ड मार्क होगा। स्मारक के निर्माण के लिए प्रदेश के हर गांव से मिट्टी एकत्रित की जाएगी। अटल स्मारक में उनकी मूर्ति के साथ संग्रहालय, पुस्तकालय आदि की भी व्यवस्था रहेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के बाद विगत 15 वर्षों में हमने विगत 15 वर्ष में विकास कार्यों में जिस तरह की निरंतरता दिखाई है, उसके परिणाम स्वरूप आज छत्तीसगढ़ देश के सबसे प्रगतिशील राज्यों की सूची अपनी अगल पहचान बना चुका है। राज्य के विकास की यात्रा तो अभी सिर्फ शुरू हुई है। जबकि हमें अभी और भी कई नये मुकाम हासिल करने हैं। इसके लिए ही छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष 2025 को केन्द्र में रखकर कई संकल्पों के साथ अटल दृष्टि पत्र की परिकल्पना की गई है। 


उन्होंने बताया कि अटल दृष्टि पत्र में शामिल संकल्पों के अनुसार अगले सात वर्ष में याने कि वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ को एक स्मार्ट और हरित राज्य बनाने का संकल्प हैं, जहां प्रत्येक नागरिक सशक्त और खुशहाल होगा और जहां प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद अर्थात जीएसडीपी दोगुनी हो जाएगी। इतना ही नहीं बल्कि प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक  आमदनी के मामले में छत्तीसगढ़ देश के पांच शीर्षस्थ राज्यों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण के लक्ष्य को ध्यान में रखकर विकास यात्रा का दूसरा चरण पांच सितम्बर से शुरू होगा। राज्य निर्माता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में यह विकास यात्रा उन्हें समर्पित रहेगी और पांच अक्टूबर तक चलेगी। इस यात्रा के माध्यम से हम सभी 27 जिलों तक पहुंचेंगे। इस दौरान 62 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में 42 आम सभाएं होंगी और 38 स्वागत सभाओं तथा स्वागत कार्यक्रमों के पड़ाव होंगे। विकास यात्रा का दूसरा चरण लगभग छह हजार किलोमीटर का होगा। इस दौरान तेन्दूपत्ता संग्राहकों को करीब 700 करोड़ का बोनस भी दिया जाएगा।  
डॉ. सिंह ने कहा कि अटल विकास यात्रा के दो प्रमुख लक्ष्य होंगे कि पहला राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जाना और नवा छत्तीसगढ़ 2025 के दृष्टि पत्र में जनता के विचारों को शामिल करना। इसके साथ ही प्रदेश के कोने-कोने तक जाकर सरकार के काम-काज का लेखा-जोखा जनता के सामने रखना। मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल दृष्टि पत्र के अनुसार वर्ष 2022 तक सभी छत्तीसगढ़ वासियों का स्वयं का मकान होगा और प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण तथा किफायती स्वास्थ्य देख-भाल का अधिकार भी होगा। किसानों की आमदनी दोगुनी कर उन्हें सशक्त बनाया जाएगा और खेती में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कृषि उत्पादन को बढ़ाया जाएगा।

उन्होंने बताया कि अटल दृष्टि पत्र के अनुसार वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ शत-प्रतिशत साक्षर हो जाएगा और शत-प्रतिशत बच्चे स्कूलों में दाखिला लेंगे। इसके साथ ही अपने रजत जयंती वर्ष के आने तक छत्तीसगढ़ शिक्षा गुणवत्ता के मामले में भी देश के पांच शीर्षस्थ राज्यों की श्रेणी में आ जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल दृष्टि पत्र के संकल्पों के अनुसार वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ में 15 प्रतिशत से भी कम लोग गरीबी रेखा से नीचे होंगे और वर्ष 2030 तक गरीबी का उन्मूलन भी कर दिया जाएगा। सभी नागरिकों के लिए शुद्ध पेयजल, टेलीफोन सम्पर्क, बेहतर स्वच्छता की सुविधा मिलने लगेगी। कचरा निपटान की भी बेहतर व्यवस्था होगी और प्रदेश के शत-प्रतिशत आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूलों को शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा। 

मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल दृष्टि पत्र के अनुसार वर्ष 2025 तक प्रमुख शहरों के लिए हवाई यातायात की सुविधा सहित दस हजार किलोमीटर अतिरिक्त सड़कों और 1300 किलोमीटर अतिरिक्त रेल मार्गों का भी निर्माण करने का संकल्प है। अपने रजत जयंती वर्ष के आने तक छत्तीसगढ़ भारत में निवेश और उद्यमिता के क्षेत्र में पहले नम्बर का गंतव्य और अग्रणी निर्यात केन्द्रों में से एक होगा। वर्ष 2025 तक राज्य भारत के अग्रणी पर्यटन गंतव्य के रूप में और हरित पर्यावरण मित्र राज्य के रूप में पहचाना जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की महिलाएं सुरक्षित, अधिकार संपन्न, सुशिक्षित, स्वतंत्र होंगी और राज्य के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगी .

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