Slider

तितली की यह प्रजाति सहारा रेगिस्तान पार कर यूरोप तक प्रवासन करती है

TODAY छत्तीसगढ़  / लंबी दूरी पर प्रवासन (Migration) करना केवल पक्षी ही नहीं करते हैं. तिलती (Butterfly) जैसे पतंगे भी कर सकते हैं. हाल ही में हुए शोध में इसकी पुष्टि हुई है. शोधकर्ताओं ने पाया है कि उप सहारा अफ्रीका में तितली की एक प्रजाति हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर सहारा रेगिस्तान पार करती हैं जब मौसमी हालात उनके अनुकूल होते हैं. पेंटेड लेडी (वनेसा कार्डुई ) नाम की इस प्रजाति तितलियां (Painted Lady butterfly) भारी संख्या पहली बार 12 से 14 हजार किलोमीटर की यात्रा करती देखी गई हैं. यह अब तक का सबसे बड़ा प्रवासन है. TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें   

द प्रेसिडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेस जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में पाया गया कि अफ्रीकी सवाना मे सर्दियों और उत्तरी अफ्रीका में वसंत के दौरान बढ़ी वनस्पति बनने और अनुकूल हवा (Trailwind) के बनना इतनी बड़ी संख्या में पेंटेड लेडी तितलियां (Painted Lady butterfly) का प्रवासन के कारक बने. पेंटेड लेडी की इल्लियां उपसाहारा अफ्रीका में सवाना और साहेल इलाकों की नम सर्दियों में पनपने वाले पौधों की पत्तियों को खाते हैं. इससे वहां इन तितलियों में जनसंख्या विस्फोट होता है. इससे वे साहारा पार तक प्रवासन (Migration) के लिए चले जाते हैं. उत्तरी अफ्रीका में भी नम और हरे हालात इनकी संख्या को बढ़ाते इसलिए ये भूमध्य सागर को पार कर यूरोप तक पहुंच जाते हैं.

प्रोफेसर ओलिवर ने यह भी बताया, “हम यूरोप के बागीचों में खूबसूरत पेंटेड लेडी तितलियों (Painted Lady butterfly)को देख कर खुश होते हैं. लेकिन भविष्य में जलवायु परिवर्तन (Climate change) भी एक आक्रामक प्रजाति के स्थान परिवर्तन का कारण हो सकता है जो फसलों को खा सकती हैं या जो बीमारियां फैला सकती हैं. पूर्वी अफ्रीका में खाद्य कमी यह याद दिलाती है कि जलवायु परिवर्तन गर्मी बढ़ाने से कहीं ज्यादा नाटकीय हो सकता है. पेंटेड लेडी तितलियां वसंत में प्रवासन (Migration) करते हैं शोधकर्ताओं ने इन तितलियों की गतिविधियों को समझने के लिए निगरानी आंकड़ों का उपयोग किया जिसके साथ उप सहारा अफ्रीका और यूरोप के जलवायु और वायुमंडलीय आंकड़े भी शामिल थे. 

तितलियों पर हुए अध्ययन में पाया गया है कि पेंटेड लेडी तितलियां (Painted Lady butterfly) का सहारा रेगिस्तान पार कर यूरोप (Europe) जाना कीड़ों का सबसे लंबी प्रवासन (Migration) यात्रा है.

अंतररराष्ट्रीय शोधकर्ताओं की टीम की यह पड़ताल कीटों (Insects) के बारे में जानकारी बढ़ाने वाली साबित हो सकती है. इससे उन्हें यह भी पता चल सकता है कि पराग फैलाने, फसल खाने और बीमारियां फैलाने वाले कीड़े भविष्य में किस तरह से महाद्वीपों को पार कर मौसमी हालात बदल सकते हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग के इकोलॉजिस्ट और इस अध्ययन के सह लेखक प्रोफेसर टॉम ओलिवर ने बताया, “हम जानते हैं कि यरोप (Europe) में पेंटेड लेडी तितलियां (Painted Lady butterfly) की संख्या में बहुत अधिक विविधता आती रहती है, लेकिन इसके कारण पता नहीं थे और उनके सहारा (Sahara) पार कर यूरोप पहुंचने के प्रमाण नहीं थे.”  

प्रोफेसर ओलिवर ने कहा, “यह शोध दर्शाता है कि यह असंभव से दिखने वाली यात्रा संभव है, और यह भी कि कुछ जलवायु हालात प्रवासन (Migration) के मौसम के हालात बना देते हैं. उनका पेंटेड लेडी तितलियां (Painted Lady butterfly) की संख्या पर भारी असर होता है. यह पड़ताल दिखाती है कि कैसे यूके में दिखने वाला वन्यजीवन राष्ट्रीय सीमाओं से परे जा सकता है और इन प्रजातियों को संरक्षित करने के लिए अंतराष्ट्रीय सहयोग की जरूरत है. इतना ही नहीं इसके नतीजों से यह पूर्वानुमान भी लगाने में भी मदद मिलेगी के पूर्वी अफ्रीका में प्लेग फैलाने वाले पिस्सू और मलेरिया फैलाने वाले मच्छर और कहां कहां जा सकते हैं.

वैज्ञानिकों ने सिम्यूलेश्न्स के जरिए यह दर्शाया कि अफ्रीका और पश्चिमी यूरोप (Europe) में नियमित रूप से चलने वाली अनुकूल हवा इन पेंटेड लेडी तितलियां (Painted Lady butterfly) को अंतरमहाद्वीपीय यात्रा वाले प्रवासन (Migration) करने का मौका देती हैं. टीम ने यह गणना भी कर दी कि तितलियों को दिन भर बिना रुके उड़ना होता है और वे सहारा रेगिस्तान में रात को आराम करती है. यह वही पैटर्न है जो रात को उड़ने वाली पक्षियों के प्रवासन में दिखती है.

शोधकर्ताओं ने नतीजा निकाला कि पेंटेड लेडी तितलियां (Painted Lady butterfly) को समुद्र तल से 1-3 किलोमीटर ऊपर उड़ना होता है जिससे वे अनुकूल हवा (Tailwind) का फायदा उठा सकें क्योंकि उनकी खुद की 6 मीटर प्रति सेकेंड सबसे तेज गति सहारा पार करने लिए बहुत मुश्किलें पैदा कर देंगी. शोधकर्ताओं ने पाया कि पेंटेड लेडी तितलियों में इतना शारीरिक फैट होता है जिसस वे लगातार 40 घंटों की बिना रुके उड़ान भर सकें. इस अध्ययन की पड़ताल कीट प्रजातियों के अलग अलग जगहों पर जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के कारण पाए जाने पूर्वानुमान लगाने में मददगार हो सकती हैं.  [ - न्यूज़ 18  इस ख़बर पर लगाई गई प्रतीकात्मक सभी तस्वीरें छत्तीसगढ़ के वाइल्डलाइफ फोटोजर्नलिस्ट श्री सत्यप्रकाश पांडेय द्वारा ली गईं हैं।  ]

© all rights reserved TODAY छत्तीसगढ़ 2018
todaychhattisgarhtcg@gmail.com