एक साल बीत गए गणेश को सीमा में शहीद हुए,आज तक एक स्मारक नहीं बनवा पाए
— Bastar Talkies (@BastarTalkies) June 15, 2021
बॉर्डर पर जवान शहीद होता है तो दो दिन पूरा देश नतमस्तक हो जाता और धीरे धीरे सब भुला दिया जाता है।आज के दिन गलवान घाटी में कांकेर के गणेश कुंजाम शहीद हुए और हम सब भूल गए।
विनम्र श्रद्धांजलि
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इधर गलवान घाटी में हुई हिंसा में शहीदों को याद करते हुए छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र से ट्वीटर के माध्यम से एक आवाज निकली है। बस्तर टॉकीज के नाम से ट्वीटर हैंडिल को संचालित करने वाले शख्स ने गणेश कुंजाम को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए लिखा है कि 'एक साल बीत गए गणेश को सीमा में शहीद हुए,आज तक एक स्मारक नहीं बनवा पाए। बॉर्डर पर जवान शहीद होता है तो दो दिन पूरा देश नतमस्तक हो जाता और धीरे धीरे सब भुला दिया जाता है।' TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें