TODAY छत्तीसगढ़ / शीतकालीन परिंदों ने बिलासपुर की सरहद में आमद दे दी है, विभिन्न प्रजाति के मेहमान आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में दिखाई देंगे ऐसी उम्मीद है। हर साल की तरह इस बरस भी बिलासपुर जिले के कोपरा, कोटा, सीपत और रतनपुर इलाके के जलाशय पक्षियों के कलरव से गुलज़ार होंगे।
हाल ही में कुछ जान पहचान वालों ने शोर मचाया कि बिलासपुर में कुछ मेहमान परिंदे दिखाई दे रहें हैं, जबकि कांक्रीट के जंगल [बिलासपुर शहर के भीतर] में एक भी ऐसा जलाशय नहीं हैं जहां प्रवासी/अप्रवासी परिन्दें पहुँच सके। हाँ बिलासपुर शहर की जीवनदायनी कही जाने वाली अरपा नदी के कुछ हिस्सों [कोनी, भैंसाझार और दयालबंद] में यदा कदा कुछ परिंदे अपनी उपस्थिति देते रहें हैं।
बिलासपुर जिला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर स्थित NTPC सीपत के बाहरी हिस्से में बनाये गए दो जलाशयों में पिछले दस दिनों से कुछ परिन्दें नज़र आ रहें हैं। इन परिंदों की संख्या फिलहाल कम है लेकिन आने वाले दिनों में ये बड़ी संख्या में दिखाई पड़ेंगे ऐसे कयास लगाए जा सकते हैं। सीपत में दिखाई देने वाली जलीय पक्षियों को कोपरा जलाशय में भी कुछ दिन बाद देखा जा सकेगा। अगर आप पक्षी प्रेमी हैं और मेहमान परिंदों की कलाबाजियों को देखना चाहते हैं तो किसी भी वक्त NTPC सीपत चले जाइये। NTPC सीपत में जो परिन्दें आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं उनमें Tufted Duck, Common pochard, Eurasian Coot, Gadwall & Grey Heron, Purple heron समेत कई स्थानीय पक्षियों का डेरा है।
