[TODAY छत्तीसगढ़ ] / छत्तीसगढ़ की सियासत में जोगी परिवार की भूमिका को लेकर अक़सर चर्चा का बाज़ार गर्म रहा है, आज जब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राज्य की बची हुई 19 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम की सूचि जारी की तो उसमें कोटा विधायक डाक्टर रेणू जोगी का नाम नहीं था। कोटा विधानसभा से इस बार उन्हें टिकट मिलेगा या नहीं इस बात को लेकर भी सियासी बाज़ार में उथल-पुथल मची रही। आज जब तस्वीर साफ़ हुई तो दो बातें खुलकर सामने आ गईं। सबसे पहली बात की मैडम जोगी अब अपने पति की पार्टी यानी जोगी कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगी वो भी कोटा से। दूसरी बात ज्यादा अहम् और भावनात्मक है, डाक्टर रेणू जोगी ने आज प्रतीक्षारत प्रत्याशियों के नाम की घोषणा होने के बाद पार्टी की सर्वेसर्वा रहीं सोनिया गांधी के नाम एक पत्र लिखा है। सोनिया गाँधी के नाम लिखे पत्र में एक तरफ रिश्तों की प्रगाढ़ता का जिक्र है तो दूसरी तरफ कांग्रेस में लगातार अपमान झेलने का दंश। आप भी पढ़िए पत्र में क्या लिखा है डाक्टर रेणू जोगी ने सोनिया गांधी को ...
आदरणीय सोनिया जी,
सादर प्रणाम ।
मैंने कभी कल्पना भी नही की थी कि मेरे जीवन से जुड़े निर्णय आपको बताने के लिए मुझे आपको पत्र लिखने की आवश्यकता पड़ेगी। तीन दशकों से भी ज़्यादा हो गए, हमारे बीच संबंध इतने प्रगाढ़ हैं कि मेरे और आपके बीच कभी कोई दीवार नहीं रही। मैंने सदैव आपको अपना आदर्श माना। मेरे परिवार और आपके परिवार में कभी कोई परायापन नहीं रहा। हम निस्वार्थ भावना से एक दूसरे से जुड़े रहे। सुख-दुख, राजनीतिक, गैर राजनीतिक सभी परिस्थितियों में हम एक दूसरे के हितों के लिए तटस्थ खड़े रहे। आपने मुझे बहुत प्यार और सत्कार दिया। मैंने भी आपके प्यार का सम्मान करते हुए बराबरी से हर प्रतिकूल परिस्थिति में आपका साथ दिया। मेरे पति और गांधी परिवार के प्रति सर्वोच्च निष्ठा रखने वाले, जोगी जी जब अपमानित होकर, कांग्रेस से अलग हुए और अपनी नई पार्टी बनाई तब भी मैंने कांग्रेस और गांधी परिवार को अपने परिवार से ऊपर रखा और कांग्रेस पार्टी की सेवा करती रही।
जोगी जी द्वारा नई पार्टी बनाने के बाद, उनको रोकने और अपना राजनीतिक हित साधने, उनके विरोधियों ने मुझे निशाना बनाया। मुझे सार्वजनिक जीवन में प्रताड़ित किया गया, फिर भी मैं चुप रही। मेरे खिलाफ कांग्रेस के ही के नेताओं ने झूठा अभियान चलाया, मैं चुप रही। गलत ख़बरें छपवाई, मैं चुप रही। मेरा पल पल अपमान किया, मुझे बैठकों में नही बुलाया, मैं चुप रही। मुझे सदन में उपनेता के पद से हटाया, मैं चुप रही। सदन के भीतर मुझ पर मेरे ही पार्टी के लोगों ने तंज कसे, मैं चुप रही । फ़र्ज़ी सीडी लाकर मेरे पति और पुत्र को बदनाम किया गया, मैं चुप रही। मैं दो वर्षों से निरंतर अपमानित होती रही लेकिन कभी भी आपको एक शब्द नही बताया, मैं चुप रही। हमेशा पार्टी हित के लिए चुपचाप सब सहती रही। एक क्षण के लिए भी मुझे ऐसा नही लगा कि आप मेरे साथ नही खड़ी हैं।
मैंने हमेशा कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के प्रति अपनी मजबूत निष्ठा रखी। कभी किसी के दबाव में नही आयी। अपने स्वयं के परिवार के हितों को तिलांजलि देकर, आगे बढ़ी और कांग्रेस पार्टी के लिए कार्य किया।
लेकिन शायद नियति को कुछ और ही मंजूर था। अंत में आखिर वही हुआ जो कांग्रेस के हितैषी नही बल्कि जोगी जी के विरोधी चाहते थे। जिस कोटा विधानसभा क्षेत्र को मैंने अपने परिवार की तरह पाला और सेवा की, उसे ही मुझसे आज छीन लिया गया। मेरी सरलता, मासूमियत, मेरे त्याग और निष्ठा को जानबूझ कर एक षड्यंत्र के तहत द्वेष, ईर्ष्या और संकीर्ण राजनीति के चश्मे से देखा गया और आज उस षड्यंत्र को अंजाम तक पहुँचाने, मेरे अस्तित्व को मिटाने का प्रयास हुआ है। अब तक बात मेरे परिवार तक सीमित थी लेकिन आज मेरे कोटा वासियों से मुझे दूर करने का अनैतिक और अन्यायपूर्ण कृत्य हुआ है।
मुझे आपको सूचित करते हुए अत्यंत दुख हो रहा है कि पार्टी में एक निष्ठावान और वरिष्ठ महिला कार्यकर्ता के आत्मसम्मान और त्याग को परखने के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस पार्टी में न तो विवेक है और न ही कोई व्यक्ति। शायद आप विवश हैं इसलिए आपने सही-गलत का निर्णय लेने में देर कर दी।
मुझे कोटा से कोई अलग नहीं कर सकता। मैंने अपना शेष जीवन कोटावासियों को समर्पित कर दिया है। मैं कोटा से चुनाव लड़ूँगी यह साबित करने के लिए कि सच चुप रहता है पर इसका मतलब यह नही कि वो पराजित हुआ। मुझे विश्वास है कि अंत में सच की ही जीत होगी।
आपसे मेरे निजी संबंध और सम्मान सदैव वैसे ही रहेंगे जो पिछले तीन दशकों से हैं। मैं ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्धायु की कामना करती हूँ।
आपकी अपनी,
डॉ रेणु जोगी
(विधायिका)
कोटा विधानसभा, छत्तीसगढ़
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल की लाख कोशिशों के बावजूद बिलासपुर विधानसभा से संभावित प्रत्याशी अटल श्रीवास्तव का नाम अंतिम सूचि में नहीं होने से उनके समर्थक आक्रोशित हो गए हैं। जिला कांग्रेस भवन के बाहर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अटल श्रीवास्तव के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभय नारायण राय और जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण एवं शहर के पदाधिकारी आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि जब तक बिलासपुर में महामंत्री अटल श्रीवास्तव के नाम पर टिकट नहीं दी जाती तब तक वे आमरण अनशन पर रहेंगे।
गौरतलब है कि कांग्रेस कमेटी की पांचवी सूची में बिलासपुर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता शैलेश पांडे का नाम उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया गया है । इस घोषणा के बाद से ही जिला कांग्रेस भवन में अटल समर्थकों ने ना सिर्फ तोड़फोड़ की बल्कि पेट्रोल डालकर कांग्रेस भवन की खिड़कियों और दरवाजों को जलाने का प्रयास भी किया। ऐसी स्थिति में घोषित उम्मीदवार शैलेश पांडे के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती हैं ।कांग्रेस भवन में जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के अलावा युवक कांग्रेस के शहर विधानसभा अध्यक्ष एवं एनएसयूआई के कार्यकर्ता भी आमरण अनशन में शामिल हो गए हैं । इतना ही नहीं अटल के समर्थन में आक्रोशित पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने पीएल पुनिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, पीएल पुनिया मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
बिलासपुर में अटल श्रीवास्तव के समर्थक लगातार इस प्रयास में विरोध कर रहें हैं की पार्टी शैलेष पांडेय के नाम को वापस लेकर उन्हें टिकट दे। कांग्रेस भवन में चुनावी समर में विपक्ष से लड़ने की बजाय अपने ही नेताओं के विरोध में हंगामा मचाते कंग्रेस कार्यकर्ता मानते हैं की इस बार बिलासपुर विधानसभा से अटल श्रीवास्तव को टिकट मिलनी चाहिए थी। आज शाम जारी अंतिम सूचि के बाद बिलासपुर सीट पर प्रत्याशी के नाम पर बिफरे अटल समर्थकों की मंशा से पार्टी आलाकमान को सूचित कराया गया है। अब देखने वाली बात ये होगी की क्या विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी का उच्च नेतृत्व बिलासपुर विधानसभा से नाम में बदलाव करता है या फिर कांग्रेस एक बार और बिलासपुर सीट को आसानी से भाजपा की झोली में डाल देगी।


[TODAY छत्तीसगढ़ ] /कांग्रेस ने अब से कुछ देर पहले अपने बाकी बचे प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। इन सीटों में रायपुर उत्तर और रायपुर दक्षिण के साथ-साथ बिलासपुर और कोटा की प्रतिक्षित सीटें शामिल हैं। बिलासपुर से पार्टी ने लाठी खाने वाले कार्यकर्ता अटल श्रीवास्तव को किनारे करते हुए शैलेष पांडेय को मंत्री अमर अग्रवाल के खिलाफ उतारा है। इसी तरह कोटा विधानसभा से विभोर सिंह और बिल्हा विधानसभा से राजेंद्र शुक्ला पर भरोसा जताया है। आपको बता दें कि कल 2 नवंबर नामांकन का आखिरी दिन है, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित करने में आखिरी वक्त लगा दिया। हालांकि पहले ये दावा किया गया था कि 15 अगस्त तक पार्टी अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर देगी।
आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव मुकुल वासनिक ने छत्तीसगढ़ की बाकी 19 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है।