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[TODAY छत्तीसगढ़ ] / बिलासपुर में अरपा मईया की महाआरती के साथ छठ पूजा आरम्भ हो गई, इस दौरान दस हजार दीप प्रज्वलित किया गया। महाआरती के साथ ही 'अरपा' मैया जगमगा उठी। छठ पूजा के लिए तोरवा स्थित घाट को दुल्हन की तरह सजाया गया है। इतना ही नहीं अरपा पर बना तोरवा पुल भी आकर्षक लाइट से जगमगा रहा है। महाआरती में छठपूजा समिति के पदाधिकारियों के साथ मंत्री अमर अग्रवाल, कांग्रेस नेता विजय केशरवानी, अनिल टाह, महापौर किशोर राय शामिल रहे। इस दौरान छठ पूजा करने वाले श्रद्धालु सैकड़ों की संख्या में छठ घाट पहुंचे और महाआरती का हिस्सा बने।  
कार्तिक महीने में मनाए जाने वाले छठ पूजा त्योहार का बेहद महत्व है। छठ पूजा मुख्य रूप से सूर्यदेव की उपासना का पर्व है। छठ को सूर्य देवता की बहन माना जाता है। छठ पर्व में सूर्योपासना करने से छठ माई प्रसन्न होती हैं और घर परिवार में सुख शांति व धन-धान्य से संपन्न करती हैं। छठ पूजा का त्यौहार भले ही कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाया जाता है लेकिन इसकी शुरुआत कार्तिक शुक्ल चतुर्थी को नहाय खाय के साथ होती है। मान्यता है कि इस दिन व्रती स्नान आदि कर नये वस्त्र धारण करते हैं और शाकाहारी भोजन लेते हैं। व्रती के भोजन करने के पश्चात ही घर के बाकि सदस्य भोजन करते हैं। इसी क्रम में आज छठ घाट में अरपा के तट पर महाआरती की गई जिसमें दस हजार एक दीप प्रज्वलित किये गए। 
इसी तरह कार्तिक शुक्ल पंचमी को पूरे दिन व्रत रखा जाता है और  शाम को व्रती भोजन ग्रहण करते हैं, इसे खरना कहते है।  इस दिन अन्न व जल ग्रहण किये बिना उपवास किया जाता है। षष्ठी के दिन छठ पूजा का प्रसाद बनाया जाता है। प्रसाद व फल लेकर बांस की टोकरी में सजाये जाते हैं। टोकरी की पूजा कर सभी व्रती सूर्य को अर्घ्य देने के लिये तालाब, नदी या घाट आदि पर जाते हैं। स्नान कर डूबते हुए सूर्य की आराधना की जाती है। अगले दिन यानि सप्तमी को सुबह सूर्योदय के समय भी सूर्यास्त वाली उपासना की प्रक्रिया को दोहराया जाता है। विधिवत पूजा कर प्रसाद बांटा कर छठ पूजा संपन्न की जाती है। 
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[TODAY छत्तीसगढ़ ] / छत्तीसगढ़ में पहले चरण के लिए कल सोमवार को मतदान होना है और आज नक्सियों ने फिर एक बार दहशत फैलाने अंतागढ़ के कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र के गोमेगट्टा और गट्टाकाल के बीच आईईडी ब्लास्ट किया जिसमें घायल हुए बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह इलाज के दौरान शहीद हो गए हैं।  बताया जा रहा है की घायल सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह का बीएसएफ केम्प में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजने की तैयारियां की जा रहीं थी।  महेंद्र सिंह के शहीद होने की पुष्टि बीएसएफ के आईजी जयभगवान सांगवान ने कर दी है। 
सूत्रों के मुताबिक शहीद सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले थे। वे छत्तीसगढ़ में कल होने वाले पहले चरण के मतदान प्रक्रिया में ड्यूटी लगी होने की वजह यहां आये थे। आज सुबह नक्सलियों ने कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र के गोमेगट्टा और गट्टाकाल के बीच एक के बाद एक 6 आईईडी ब्लास्ट किए जिसमें बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह को गंभीर चोंटे आई। खबर ये भी आ रही है की नक्सलियों ने मतदान के लिए डयूटी में तैनात सुरक्षा बल के कुछ जवानों पर गोलियां भी चलाईं जिसके जवाब में फोर्स ने भी गोलीबारी की है। 
         [TODAY छत्तीसगढ़ ] / छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव प्रचार शनिवार की शाम को थम गया और अब सोमवार को मतदान होना है जिसको लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं । पहले दौर में होने वाली बस्तर संभाग की 12 सीटों और राजनांदगांव जिले की 6 विधानसभा सीटों के लिए कल सुबह से मतदान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी जो शाम तक चलेगी । नक्सल प्रभावित इलाके की कुछ बेहद संवेदनशील मतदान केंद्रों में सुबह सात से शाम तीन बजे तक मतदान होगा। पहले चरण में होने वाले 18 विधानसभा सीटों में से दस सीटों में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान किया जा सकेगा।  राजनांदगांव जिले के पांच और बस्तर जिले की तीन विधानसभा सीटों के लिए बनाये गए मतदान केंद्रों में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे वोट डाले जाएंगे,  जिन विधानसभा सीटों के लिए सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होना है उनमें राजनांदगांव जिले के खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव और खुज्जी विधानसभा शामिल हैं। साथ ही बस्तर जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में भी सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा लेकिन सुरक्षा कारणों से मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर और कांकेर, केशकाल, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा विधानसभा में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोट डाले जाएंगे। 


देश और दुनिया के इतिहास में 11 नवंबर कई कारणों से महत्वपूर्ण है ...
1208  में ओत्तो वान विटल्सबाश को जर्मनी का राजा चुना गया।
1675 में गुरु गोबिन्द सिंह  सिक्खों के गुरु नियुक्त हुए थे।
1745 में चार्ल्स एडवर्ड स्टुअर्ट उर्फ बोनी प्रिंस चार्ली की सेना इंग्लैंड में घुसी।
1765 में ब्रिटेन के उपनिवेशों में स्टैम्प एक्ट लागू किया गया।
1811 में कार्टाहेना कोलंबिया ने  स्पेन से खुद को स्वतंत्र घोषित किया।
1836 में चिली ने बोलीविया और पेरु के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1905 में द प्रिंस ऑफ़ वेल्स ने द प्रिंस ऑफ़ वेल्स संग्रहालय की नींव रखी थी।
1913 में  स्वतंत्रता सेनानी तारकनाथ दास ने कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को शहर में गदर आंदोलन की शुरुआत की।
1918 में पोलैंड ने खुद को स्वतंत्र देश घोषित किया।
1937 में अमेरिका के क्लिंटन डेविसन और इंग्लैंड के सर जी पी थाॅमसन को  भौतिकशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया।
1208  में ओत्तो वान विटल्सबाश को जर्मनी का राजा चुना गया।
1675 में गुरु गोबिन्द सिंह  सिक्खों के गुरु नियुक्त हुए थे।
1745 में चार्ल्स एडवर्ड स्टुअर्ट उर्फ बोनी प्रिंस चार्ली की सेना इंग्लैंड में घुसी।
1765 में ब्रिटेन के उपनिवेशों में स्टैम्प एक्ट लागू किया गया।
1836 में चिली ने  बोलीविया और पेरु के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1913 में स्वतंत्रता सेनानी तारकनाथ दास ने  कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को शहर में गदर आंदोलन की शुरुआत की।
1950 भारत में को पहला भाप इंजन चितरंजन रेल कारखाने में बनाया गया।
1954 में फ्रांसीसी क्षेत्र पांडिचेरी, करिकल, माहे तथा यानोन  भारत सरकार को सौंपे गये।
1956 में भाषा के आधार पर मध्य प्रदेश राज्य का गठन किया गया।
 1956 में राजधानी दिल्ली केन्द्र शासित राज्य बना।
1958 में तत्कालीन सोवियत संघ ने  परमाणु परीक्षण किया।
1962 में कुवैत की नेशनल असेंबली ने  संविधान को स्वीकार किया।
1966 में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष यान ‘जेमिनी-12’ लांच किया।
1966 में पंजाब से अलग करके हरियाणा राज्य का गठन किया गया।
 1973 में मैसूर का नाम बदलकर कर्नाटक किया गया।
1973 में  पहली अंतरराष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी नयी दिल्ली में शुरू।
 1974 में संयुक्त राष्ट्र ने पूर्वी भूमध्यसागरीय देश सायप्रस की स्वतंत्रता को मान्यता दी।
1975 में अंगोला को पुर्तग़ाल से आजादी मिली।
1978 में मॉमून अब्दुल गयूम  मालदीव के राष्ट्रपति बने।
1985 में एड्स थीम पर आधारित पहली टीवी फ़िल्म ‘एन अर्ली फ्रोस्ट’ अमेरिका में प्रदर्शित की गयी।
1989 में बर्लिन की दीवार गिराने की शुरुआत हुयी।
2000 मेंऑस्ट्रिया में सुरंग से गुजरती हुई ट्रेन में आग लगने से 180 लोगों की मृत्यु।
2007 में अमेरिकी साहित्यकार नारमन मेलर का निधन।
 2013 में सोमालिया के पुंटलैंड क्षेत्र में भीषण चक्रवाती तूफान की चपेट में आने से 100 लोग मारे गये। 


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