[TODAY छत्तीसगढ़] / प्रदेश के हाथी प्रभावित सरगुजा संभाग के सूरजपुर में हाथियों के हमले में मरने वालों के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहें हैं। प्रदेश की तत्कालीन रमन सरकार में वन मंत्रालय द्वारा ऑपरेशन गजराज और ना जाने किन-किन उपायों के जरिये हाथी मानव द्वन्द को कम करने के दावे विभाग करता रहा। सरकारी फंड से केवल अधिकारी और उनके इर्द-गिर्द रहने वाले पोषित होते दिखाई पड़े। प्रदेश के हाथी प्रभावित इलाकों में जहां लगातार हाथी मरते रहे वहीँ हाथियों के हमलों में ग्रामीणों की जान जाती रही।
सूरजपुर वन अंतर्गत जिले में दल से बिछड़े हाथी का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को भैयाथान के शिवप्रसादनगर व बरपारा में दो लोगों को मारने के बाद आज सुबह फिर दल से बिछड़े हाथी ने एक महिला को कुचलकर मार डाला। हाथी के ट्रैक्टर ट्राली से टकराने से दोनों दांत टूट गए, जिससे वह और आक्रमक हो गया है। अभी हाथी देवनगर के नर्सरी में ही डेरा जमाया हुआ है। टीम हाथी को टै्रंकुलाइज कर बेहोश करने का प्रयास कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह देवनगर के बड़कापारा निवासी चंद्रमणी (30 वर्ष) घर बाड़ी में थीं, इसी बीच अचानक दल से बिछड़े हाथी ने उसे पटक-पटक कर मार डाला। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं हाथी के हमले में संजय राजवाड़े (30) निवासी रजवाड़ीपारा देवनगर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं एक बैल को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया है। मृतक व घायल के परिजनों को तात्कालिक सहायता राशि के तौर पर 25,000 रूपये दिये गए हैं ।