[TODAY छत्तीसगढ़ ] / छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आनंदी बेन ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के परामर्श पर छ.ग. हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति प्रशांत मिश्रा को छ.ग.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष पद पर मनोनित किया है। इस आशय का आदेश राजभवन से आज शाम जारी कर दिया गया है। ज्ञात हो की न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर विधिक प्राधिकरण के अध्यक्ष थे चूँकि उनका स्थांतरण उत्तरप्रदेश हाईकोर्ट में होने की वजह से छ.ग.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष का पद रिक्त था।
भाजपा नेता का बयान निंदनीय- सिंह / दंतेवाड़ा जिले में हुए नक्सली हमले में दो जवानों की शहादत और एक मीडिया कर्मी की मौत को भाजपा प्रवक्ता संदीप शर्मा द्वारा छुटपुट घटना कहे जाने पर कांग्रेस ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि भाजपा प्रवक्ता के बयान ने भाजपा की असंवेदनशीलता का परिचय दिया है। सिंह ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि जिस देश के प्रधानमंत्री, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में माओवादी समस्या समाप्ति को लेकर दावा किया था वह झूठ और केवल जुमलेबाजी तक ही था।
दुःख जताया सिंहदेव ने - छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने आज दंतेवाड़ा में हुई घटना पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा की प्रदेश की कानून व्यवस्था का भगवान मालिक है। नक्सलियों ने खुलेआम मिडिया कर्मी की हत्या कर दी, दो जवानों को अपना निशाना बनाया वो बेहद दुखद है।
छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष् अरविंद अवस्थी, राष्ट्रीय अध्यक्ष के विक्रम राव, प्रदेश महासचिव विश्व दीपक राई समेत संगठन के सभी पदाधिकारियों ने दंतेवाड़ा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ के दौरान खबर बना रहे दूरदर्शन के कैमरामैन अच्युतानंद साहू की शहादत पर दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है और मौके पर उनके साथ ही घायल हुए दूरदर्शन के पत्रकार के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। संघ के पदाधिकारियों ने केंद्र और प्रदेश सरकार से शहीद कैमरामैन साहू के परिवार को बीस लाख रुपये सहायता राशि और शव को घर तक पहुंचाने का इंतजाम और साथ ही घायल पत्रकार साथी को बेहतर चिकित्सा सुविधा दिलाने की मांग की है।

[TODAY छत्तीसगढ़ ] / भारतीय जनता पार्टी ने इस बार ऐसे प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं जिन्होंने कभी पार्टी के लिए काम नहीं किया है, ना वे पार्टी के सदस्य हैं। ये तल्ख बयान संगठन और सत्ता से नाराज़ चल रहे पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता पहलवान सिंह मरावी ने दिया है। राज्य के आदिवासी अंचल मरवाही विधानसभा से भाजपा नेता पहलवान सिंह ने एक तरफ पार्टी पर उपेक्षा का आरोप मढ़ दिया वहीँ दूसरी तरफ वे मानते हैं की मरवाही में जोगी-रमन ने हमेशा बाहरी चेहरों को लाकर मैदान में खड़ा किया है लेकिन इस बार परिस्थितियां दूसरी हैं। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने और चुनाव लड़ने की आज़ादी है इस कारण वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मरवाही से चुनाव लड़ेंगे।
जिले की बहुचर्चित विधानसभा सीट मरवाही को लेकर इस बार भी घमासान तेज होता जा रहा है। इसकी झलक सोमवार को कलेक्टोरेट में भी देखने को मिली । जहां मरवाही सीट के लिए निर्दलीय नामंकन पत्र लेने पूर्व विधायक और बीजेपी के नेता पहलवान सिंह मरावी भी पहुंचे। उन्होने बगावत के मूड में साफ तौर पर कहा कि पार्टी ने टिकट के फैसले में उनकी उपेक्षा की है। भारतीय जनता पार्टी ने मरवाही विधानसभा से इस बार अर्चना पोर्ते को टिकट दी है, अर्चना क़द्दावर आदिवासी नेता स्वर्गीय भंवरसिंह पोर्ते की सुपुत्री हैं। अर्चना के पति शंकर कंवर पार्टी की राजनीती में लम्बे समय से सक्रिय हैं।