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         टिकट तय करना मेरा काम नहीं - रमन 
[TODAY छत्तीसगढ़ ] / " अरे टिकट तय करना मेरा काम थोड़ी है, वो काम चुनाव समिति और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी करेगी। मैंने तो बस यूँ ही, उन लोगों की तारीफ़ की जो अपने - अपने क्षेत्र में बेहतर काम कर रहें हैं। वैसे भी अच्छे काम करने वालों की प्रशंसा की जनि चाहिए।"  दरअसल ये बातें मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने आज सुबह छत्तीसगढ़ भवन में पत्रकारों के उस सवाल के जवाब में कहीं हैं जिसमें उनसे ये पूछा गया था कि क्या बिलासपुर, बिल्हा और तखतपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी तय माने जाएँ। ये सवाल इसलिए खड़ा हुआ क्यूंकि कल अटल विकास यात्रा के दौरान इन तीनों ही क्षेत्रों में मुख्यमंत्री ने अमर, धरम और राजू सिंह के समर्थन में कई बातें आमजनता से कहीं। 
                               
आज सुबह सूबे के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह अटल विकास यात्रा में अगले पड़ाव पर निकलने से पहले बिलासपुर की मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने पत्रकारवार्ता के दौरान प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का एक बार फिर से जिक्र किया और बताया की लगातार आम जनता के साथ-साथ सर्वहारा वर्ग के विकास की दिशा में सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के एक ब्यान के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में मुस्कुराते हुए कहा कि अगर किसी को प्रदेश में हो रहे चौतरफा विकास की सूरत दिखाई ही ना दे तो उसके लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। उन्होंने कहा सबका अपना-अपना नजरिया है, जो लोग आज ये पूछ रहें हैं की विकास कहाँ हैं ? उन्हें जवाब देना चाहिए क्या कभी उनके शासन काल में किसानों को बोनस दिया गया ? कितने घरों में उन्होंने बिजली पहुंचाई ? कितनी महिलाओं को उज्ज्वला योजना जैसी योजना चलाकर रसोई गैस के सिलेंडर बांटे ? कितने शौचालय और कितने आवास बनाकर जरूरतमंदों को छत उपलब्ध करवाई ? आज विपक्ष विकास की गति देखकर बौखला गया है, भाजपा की सरकार में आज प्रति व्यक्ति की आमदनी बढ़ी है, शिक्षा-स्वास्थ्य की दिशा में बेहतर काम हुए हैं। गाँव-गाँव में सड़कों का जाल, घर-घर रसोई गैस पहुंचाकर सरकार ने आम आदमी के जीवन स्तर में सिर्फ बदलाव ही नहीं किया बल्कि उसका सामजिक स्तर भी ऊपर उठाया है। उन्होंने नवा छत्तीसगढ़ 2025 के बारे में किए गए सवाल के जवाब में कहा कि सन् 2000 में जब छत्तीसगढ़ राज्य बना, तब से लेकर अब तक विकास के लिए कोई रोड मैप नहीं बना है। अब हमें इस पर काम करना चाहिए। जब तक हम एक विजन लेकर नहीं चलेंगे परिवर्तन नहीं आएगा। इसलिए 2025 तक हमें छत्तीसगढ़ में क्या चाहिए, इसके लिए नवा छत्तीसगढ़ 2025 के लिए सुझाव मांगे गए हैं। 
बेरोजगारी के सवाल पर भी मुख्यमंत्री बड़ी कुशलता से जवाद दे गए, उन्होंने कहा की इसी के लिए कौशल उन्नयन योजना चलाई जा रही है। इस पर 160 करोड़ रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं। नए निवेशक आ रहे हैं, जिनमें इन्हें रोजगार मिलेगा। हमने हजारों शिक्षकों की भर्तियां भी की है। उन्होंने प्रदेश में औद्योगिक विकास पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा की कई औद्योगिक कंपनियों से राज्य सरकार का एमओयू हो चूका है, आने वाले समय में प्रदेश में औद्योगिक कामकाज की रफ्तार सबको देखने मिलेगी। मुख्यमंत्री ने बिलासपुर के विकास को लेकर किए गए सवालों के जवाब में कहा कि अरपा-भैंसाझार परियोजना अंतिम चरण में है। सीवरेज परियोजना में विलंब जरूर हुआ पर जब यह पूरा हो जाएगा तो बिलासपुर प्रदेश का पहला ऐसा शहर हो जाएगा, जहां भूमिगत नाली होगी। उन्होंने यह भी कहा कि बिलासपुर से मुंगेली होते हुए डोंगरगढ़ जाने वाली रेल परियोजना का काम भी अतिशीघ्र शुरू होगा।
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                               हम सीएम के आभारी हैं - शिक्षक संघ 
                [TODAY छत्तीसगढ़ ] /  शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में छत्तीसगढ़ पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री रमन सिंह का संविलियन के लिए आभार व्यक्त करते हुए आभार व मांग पत्र सौंपा। कार्यक्रम में प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा ने आभार व्यक्त करते हुए संविलियन के पश्चात उत्पन्न विसंगतियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए निम्न मांग पत्र सौंपा-समस्त शिक्षक एलबी संवर्ग को प्रथम नियुक्ति तिथि से भूतलक्षी प्रभाव से क्रमोन्नति व समयमान वेतन का लाभ प्रदान किया जावे।

शिक्षा विभाग के रिक्त पदों की पूर्ति शिक्षक एलबी पंचायत नगरीय निकाय संवर्ग के शिक्षकों की पदोन्नति से अविलंब किया जावे। व्याख्याता शिक्षक के वेतन में अंतर के आधार पर सहायक शिक्षक के लिए समानुपातिक वेतन संरचना निर्मित कर वेतनमान का लाभ दिया जावे । संविलियन हेतु वर्ष बंधन को समाप्त करते हुए समस्त पंचायत नगरीय निकाय शिक्षक संवर्ग का संविलियन किया जावे। पंचायत नगरी निकाय संवर्ग के शिक्षकों के लिए अनुकंपा नियुक्ति के लंबित प्रकरणों में टेट एवं प्रशिक्षण की अनिवार्यता को शिथिल किया जावे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि शिक्षकों के वेतन विसंगति व अन्य मांगों के विषय में मांग पत्र प्राप्त हुआ है जिस पर विचार किया जाएगा। 
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