[TODAY छत्तीसगढ़] / पिछले दिनों राज्य के सरगुजा क्षेत्र में हाथियों के हमले से हुई ग्रामीणों की मौत को राज्य सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है, प्रदेश के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने लगातार हो रही ग्रामीणों की मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए विभाग के अधिकरियों को फील्ड में भेजना शुरू कर दिया है। सरगुजा में हुई ग्रामीणों की मौत पर विभागीय सचिव खेतान को तत्काल मामले की जानकारी जुटाने और त्वरित कारवाही का निर्देश दिया है। TODAY छत्तीसगढ़ के WhatsApp ग्रुप में जुड़ने के लिए क्लिक करें
पिछले डेढ़ दशक में शायद पहली बार हो रहा है जब कोई वन मंत्री बाघ की मौत पर कभी चिड़ियाघर पहुँच जाता हो या फिर हाथियों से हो रही मौत की असल वजह तलाश रहा हो। वैसे भी तत्कालीन सरकार पर लगातार ये लांक्षन लगते रहें हैं की उनकी सरकार अफसर चलाते थे । यकीनन इसीलिए गंभीर से गंभीर मामलों में अफसर की खाल बच जाया करती थी। पिछले दिनों हाथियों के हमले में सरगुजा में दो और सूरजपुर जिले में चार ग्रामीणों की मौत हो गई थी और कुछ ग्रामीण घायल थे। लगातार हो रही मौत के मामले में आज वन मंत्री ने एक्शन लेने की मंशा जाहिर कर दी है।
उनके निर्देश पर प्रदेश के पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ कौशलेन्द्र सिंह को सरगुजा के लिए रवाना किया गया है। कौशलेन्द्र सिंह सरगुजा पहुंचकर लगातार हो रही मौत के मामलों की जानकारी लेने के साथ-साथ वस्तुस्थिति का जायजा भी लेंगे। ऐसा माना जा रहा है की जल्द ही प्रदेश सरकार हाथियों की मौत और हाथियों के हमलों से हुई ग्रामीणों की मौत के मामले में जिम्मेदारियां तय कर सकती है। अब तक ये देखा गया है की कहा कि स्थानीय वन अमला हाथियों को रोकने के जरूरी उपायों को मैदानी स्तर पर सफलता से नहीं उतार सका है। लगातार होते जानोमाल के बाद विभाग केवल मुआवजा ही बांटता रहा है।